कोरबा: कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी (Coal Minister Prahlad Joshi ) ने कोरबा के तीन खदान (Three mines of Korba) गेवरा, कुसमंडा और दीपका का दौरा किया. उसके बाद उन्होंने अधिकारियों की रिव्यू मीटिंग ली. जिसमें कोयला मंत्री ने कोयले की कमी से इंकार नहीं किया है. उन्होंने कहा है कि कमी तो है लेकिन इस कमी को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि परिस्थितियों में सुधार हो रहा है. मुझे पूरा विश्वास है कि आगे की स्थितियों में सुधार होगा. पिछले 4 दिनों से थर्मल पावर में कोयले का स्टॉक लगातार बढ़ रहा है मांग के अनुरूप सप्लाई की जा रही है.
मांग बढ़ने से कमी हुई
कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी (Coal Minister Prahlad Joshi ) ने कहा कि हमने खदानों में उत्पादन की समीक्षा की (Production reviewed in mines) और अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिया है कि बिजली के उत्पादन और उसके लक्ष्य में कोई कमी नहीं आएगी. लक्ष्य के अनुरूप भी 2 मिलियन टन प्रतिदिन सप्लाई कर रहे हैं अधिकारियों ने मुझे भरोसा दिलाया है कि यह आगे भी जारी रहेगा. इंटरनेशनल बाजार में भी कोयले की कीमत बढ़ी है. इसके अलावा पोस्ट कोविड अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही है. इसके कारण बिजली की डिमांड भी बढ़ी है जिससे कोयला क्राइसिस जैसी परिस्थिति हुई हैं. मैं यह नहीं कह रहा कि शॉर्टेज नहीं है. लेकिन इसे दूर करने के लिए हमने ठोस कदम उठा लिए हैं.
भू स्थापितों की समस्या का होगा समाधान
कोयला मंत्री ने भूस्थापितों की समस्या पर कहा कि इस संदर्भ में एसईसीएल और राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है. जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा. उनकी समस्याएं दूर की जाएगी. कोयला मंत्री ने बारी-बारी से तीनों कोयला खदानों का जायजा लिया. जिसमें दीपका, गेवरा और कुसमुंडा की खदाने हैं. केंद्रीय मंत्री ने दीपका खदान के व्यूप्वाइंट से खदान का जायजा लिया. इसके बाद साइलो का भी निरीक्षण किया. केंद्रीय मंत्री ने उत्पादन और डिस्पैच की स्थिति को समझकर अधिकारियों से चर्चा की.
ये भी पढ़ें - Power Crisis : बिजली व कोयला मंत्रियों से मिले गृह मंत्री अमित शाह, हालात की समीक्षा