वाराणसी: तीन दिवसीय भारत के दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर सिंह देउबा रविवार को वाराणसी पहुंचेंगे. वाराणसी में वह दर्शन-पूजन करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बनारस में नेपाली संपत्ति को पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप करने को लेकर बातचीत भी कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री आज यानी शनिवार को ही वाराणसी पहुंच चुके हैं और कल नेपाल के प्रधानमंत्री की अगवानी करने के लिए उनके आगमन को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा भी कर रहे हैं. इन सबके बीच आज हम आपको वह खास तोहफा दिखाने जा रहे हैं जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री को देंगे.
दरअसल, वाराणसी अपनी कारीगरी के लिए पहचाना जाता है. यहां की बनारसी साड़ी हो, लकड़ी के खिलौने या फिर जरी जरदोजी का काम बनारस अपने आप में इन कामों को आज भी संजोकर रखे हुए हैं. इसे लेकर बनारस के एक कारीगर ने भारत-नेपाल के रिश्तों को और मजबूत करने को लेकर दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज लगा एक खास अंगवस्त्रम तैयार किया है.
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इस अंगवस्त्रम के बारे में जीआई प्रोडक्ट के विशेषज्ञ और पद्मश्री से सम्मानित डॉ. रजनीकांत ने बताया कि काशी की प्राचीन विरासत और नेपाल के सांस्कृतिक मूल्यों की हजारों साल पुरानी परंपरा रही है और उसी कड़ी को आगे बढ़ाने नेपाल के प्रधानमंत्री काशी पहुंच रहे हैं. इसलिए उनका अभिनन्दन जीआई क्राफ्ट जरदोजी से बने अंगवस्त्र से मुख्यमंत्री योगी करेंगे.
अंगवस्त्रम पर एक तरफ भारत और दूसरे तरफ नेपाल का झंडा बनाकर दोनों देश का नाम लिखा है. लल्लापुरा निवासी शादाब आलम ने इस खास तोहफे को बहुत ही बारीकी से उभार कर बनाया है. यह खास तोहफा नेपाल के प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री के हाथों देने के लिए प्रशासन को भेज दिया गया है.