आगरा : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर शनिवार को सीएम योगी उनके पैतृक गांव बटेश्वर (बाह) पहुंचे. यहां सीएम योगी ने ब्रह्मलाल मंदिर (बटेश्वर महादेव) में पूजा अर्चना की. यहां उन्होंने 230 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की.
उसके बाद यमुना किनारे स्थित घाटों का जीर्णोद्धार और विकास कार्य का निरीक्षण किया. इन घाटों पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र बनाए जाएंगे. उनकी यादों को संजोया जाएगा. यहां आयोजित जनसभा में सीएम योगी ने कहा कि सपा सरकार ने संस्कृत के विद्यालयों का पैसा कब्रिस्तानों को दे दिया. यही नहीं, संस्कृत के विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई लेकिन उर्दू के अनुवादकों की भर्तियां हुईं.
इनमें नियमों को दरकिनार किया गया. उर्दू के अनुवादक पदों पर अयोग्य लोगों को रखा गया. इस दौरान उन्होंने बटेश्वर में विकास के लिए लोगों को आश्वस्त किया. अटलजी का यादों को संजोने के लिए यहां विशाल और भव्य म्यूजियम बनाने की भी बात कही. इस म्यूजियम में उनके पुरखों ने यहां आकर के किस तरह धार्मिक संस्कृति को आगे बढ़ाया, इस के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
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सीएम योगी ने बटेश्वर धाम में 11 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. ये योजनाएं 230 करोड़ रुपये की हैं. सीएम योगी ने कहा कि श्रद्धेय अटलजी छह दशक तक राजनीति में सक्रिय रहे. उनका ऐसा व्यक्तित्व था कि विपक्षी भी उनको लेकर कुछ नहीं बोल सकते थे.
उन्होंने कहा कि पूर्व में जिन लोगों को सत्ता मिली, उन्होंने सारे नियमों को तोड़कर रख दिया. स्थिति यह होती है कि पांच साल सत्ता से दूर रहने पर भी उनके यहां जब इनकम टैक्स की रेड होती है तो 200 से 250 करोड़ कैश मिलते हैं.
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह इन लोगों ने लूट खसोट मचाई होगी. जनता के पैसे को लूटा होगा. 200 से 250 करोड़ रुपये कहीं खेत और खलिहान से नहीं आए. यह जनता की कमाई है.