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यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र : सीएम योगी ने पेश किया अनुपूरक बजट, सरकार की गिनाईं उपलब्धियां

यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र (up vidhan sabha winter session) में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अनुपूरक बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि 15 करोड़ लोगों को डबल इंजन सरकार की डबल राशन दे रही है.

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Published : Dec 16, 2021, 6:00 PM IST

लखनऊ : यूपी विधासनभा के शीतकालीन सत्र (up vidhan sabha winter session) में योगी सरकार (cm yogi adityanath) ने अनुपूरक बजट पेश किया. इस दौरान सीएम योगी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि यूपी ने वैक्सीनेशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाया है. 18 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकीं हैं. जनता ने सरकार की बातों पर विश्वास किया और दुष्प्रचार को नकार दिया. 15 करोड़ लोगों को डबल इंजन की सरकार डबल राशन दे रही है. इन सभी को हर महीने दो बार राशन दिया जा रहा है.

महाभारत में कहा गया है कि योग्य राजा वह है जो परिस्थितियों के अनुसार नहीं मुड़ता. बल्कि वह उन्हें मोड़ता है और इतिहास रचता है. हम कोरोना के पीछे नहीं भागे, बल्कि कोरोना को पीछे भागने के लिए मजबूर कर दिया. विकास के सभी कार्य चल रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी मजबूती के साथ जनता के बीच जाने की तैयारी कर रहे हैं.

यह अनुपूरक बजट करीब 8500 करोड़ रुपये का है. लेखानुदान 2022-23 का है. सभी कार्य सुचारू रुप से चलते रहें इसके लिए 5 लाख 45 करोड़ रुपये का लेखानुदान सदन में प्रस्तुत किया गया है.

वह बोले, बहुत सारे देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. चीन और यूरोप के कई देश प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन हमारे यहां पहले चरण, दूसरे चरण के बाद तीसरे चरण के आने की आशंका जताई गई. हमने कहा कि हम इसे रोकेंगे और यह नहीं आएगा.

बीते पांच वर्ष यूपी के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण रहे हैं. पहले सोचा जाता था कि देश के विकास का सबसे बड़ा बाधक है उत्तर प्रदेश. लोगों के मन में धारणा थी कि उत्तर प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं रहेगा. आस्था का कोई सम्मान नहीं होता. माफिया हावी थे. इसकी वजह से पलायन हो रहा था लेकिन, आज जब हमारी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर रही है तब एक भी दंगा राज्य में नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश को लेकर धारणा बदली है. आज हर बड़ा निवेशक उत्तर प्रदेश के अंदर निवेश के लिए इच्छुक है.

जब कोरोना काल में दुनिया पस्त थी तब यूपी में 66 हजार करोड़ का निवेश हुआ. यूपी में देश की पहली मोबाइल की डिस्प्ले यूनिट लगी. पहले यह डिस्प्ले चाइना में बनती थी. यह फैक्ट्री कोरोना काल में लगी है. इसे उस संस्था ने लगाया है जो पिछली सरकार में भागने को मजबूर हुई थी.

कुछ लोगों को सपना होता है, कोई बात नहीं, सपना देखते रहिए, इंतजार करते रहिए. पहली बार जब हम पहला बजट पेश करने आए थे. उस वक्त यूपी 22 करोड़ आबादी का राज्य था अब आबादी 25 करोड़ है. उस लिहाज से हमने अपना राजस्व बढ़ाया और बजट का दायरा भी. सरकार का यह अंतिम अनुपूरक बजट है. यह छह लाख करोड़ का है. कोरोना काल के बावजूद हम छह लाख करोड़ तक पहुंचे. हर एक राज्य के लिए जो सीमा निर्धारित की गई है, राज्य सरकार ने उसका पालन किया है.

यूपी की अर्थव्यवस्था पहले देश में छठवें नबंर पर थी अब दूसरे नंबर पर है. प्रति व्यक्ति आय अब दोगुनी हो गई है. पहले की सरकार अगर इसी गति से चलती तो आज यूपी देश में नंबर एक होता. पिछली सरकारों ने स्वार्थ के लिए सत्ता का अपराधीकरण न किया होता, सत्ता को वंशवाद-परिवार के लिए गिरवी न रखा होता तो यह यूपी नंबर एक होता. वह बोले हम लक्ष्य लेकर चलें हैं. कई क्षेत्रों में हमें सफलता हासिल हुई. गेंहू, गन्ना समेत कई खाद्य उत्पादन में यूपी नंबर एक पर हैं.

देश की कई योजनाएं लागू करने में यूपी नंबर एक पर रहा. इनमें पीएम आवास योजना, स्ट्रीट वेंडर योजना समेत कई योजनाओं को लागू करने में यूपी देश में नंबर एक पर है. रसोई गैस चूल्हे देने में भी यूपी नंबर एक पर है.

पढ़ेंः UP Assembly Election 2022 : अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल से की मुलाकात, क्या प्रसपा का समाजवादी पार्टी में होगा विलय?

प्रदेश के सूक्ष्म, लघु उद्योगों को बढ़ावा देने में यूपी नंबर एक पर है. पहले देश में कई योजनाओं में यूपी 35 से 15वें स्थान पर रहता था, अब वह यूपी नंबर एक पर है. कोरोना टेस्टिंग, बेड देने और वैक्सीनेशन में यूपी देश में नंबर एक पर रहा. गरीबों को योजना का लाभ देने के लिए यूपी नंबर एक पर रहा. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई काम किए. 17 से दस नगर निगम 10 स्मार्ट सिटी मिशन के लिए चयनित हुए है. बचे हुए सात नगर निगमों को प्रदेश सरकार स्मार्ट सिटी के लिए तैयार कर रहे हैं. कल वाराणसी में देश के सभी महापौर जुटेंगे. 60 शहर अमृत योजना से जुड़े हैं. जल जीवन योजान के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में यूपी ने बड़ा काम किया.

उन्होंने कहा कि 1950-60 में डॉ. लोहिया ने कहा था कि जो सरकार इस देश के गरीबों के लिए शौचालय का निर्माण कर देगी, घर में चूल्हा जलाने का काम करेगी, उसे आने वाले 25 सालों तक दुनिया की कोई ताकत नहीं हटा पाएगी. उनके सपने को पीएम मोदी ने साकार कर दिखाया. हर गरीब के पास शौचालय है, रसोई गैस, आयुष्मान कार्ड है.

उन्होंने कहा कि 19 मार्च 2017 को सत्ता संभालीं थीं. एक टीम हरियाणा और छत्तीसगढ़ भेजी थी. पहले प्रदेश में आढ़तियों से खरीदारी होती थी. किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिल पाता था. एक अप्रैल 2017 को गेहूं क्रय केंद्र की स्थापना कर किसानों को फसल का उचित लाभ पहुंचाया.

इसके साथ ही उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, 14 नए मेडिकल कॉलेज, पेयजल योजना समेत कई उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि 2024 तक लक्ष्य है कि गांव में हर घर नल से जुड़ जाए. सामूहिक विवाह योजना के बारे में भी उन्होंने बताया. 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेतों में पानी पहुंचाया.

पढ़ेंः नैचुरल फार्मिंग कॉन्क्लेव में पीएम मोदी का संबोधन, कहा- 8 करोड़ किसान जुड़े, कृषि क्षेत्र में होंगे बदलाव

लखनऊ : यूपी विधासनभा के शीतकालीन सत्र (up vidhan sabha winter session) में योगी सरकार (cm yogi adityanath) ने अनुपूरक बजट पेश किया. इस दौरान सीएम योगी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि यूपी ने वैक्सीनेशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाया है. 18 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकीं हैं. जनता ने सरकार की बातों पर विश्वास किया और दुष्प्रचार को नकार दिया. 15 करोड़ लोगों को डबल इंजन की सरकार डबल राशन दे रही है. इन सभी को हर महीने दो बार राशन दिया जा रहा है.

महाभारत में कहा गया है कि योग्य राजा वह है जो परिस्थितियों के अनुसार नहीं मुड़ता. बल्कि वह उन्हें मोड़ता है और इतिहास रचता है. हम कोरोना के पीछे नहीं भागे, बल्कि कोरोना को पीछे भागने के लिए मजबूर कर दिया. विकास के सभी कार्य चल रहे हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी मजबूती के साथ जनता के बीच जाने की तैयारी कर रहे हैं.

यह अनुपूरक बजट करीब 8500 करोड़ रुपये का है. लेखानुदान 2022-23 का है. सभी कार्य सुचारू रुप से चलते रहें इसके लिए 5 लाख 45 करोड़ रुपये का लेखानुदान सदन में प्रस्तुत किया गया है.

वह बोले, बहुत सारे देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. चीन और यूरोप के कई देश प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन हमारे यहां पहले चरण, दूसरे चरण के बाद तीसरे चरण के आने की आशंका जताई गई. हमने कहा कि हम इसे रोकेंगे और यह नहीं आएगा.

बीते पांच वर्ष यूपी के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण रहे हैं. पहले सोचा जाता था कि देश के विकास का सबसे बड़ा बाधक है उत्तर प्रदेश. लोगों के मन में धारणा थी कि उत्तर प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं रहेगा. आस्था का कोई सम्मान नहीं होता. माफिया हावी थे. इसकी वजह से पलायन हो रहा था लेकिन, आज जब हमारी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर रही है तब एक भी दंगा राज्य में नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश को लेकर धारणा बदली है. आज हर बड़ा निवेशक उत्तर प्रदेश के अंदर निवेश के लिए इच्छुक है.

जब कोरोना काल में दुनिया पस्त थी तब यूपी में 66 हजार करोड़ का निवेश हुआ. यूपी में देश की पहली मोबाइल की डिस्प्ले यूनिट लगी. पहले यह डिस्प्ले चाइना में बनती थी. यह फैक्ट्री कोरोना काल में लगी है. इसे उस संस्था ने लगाया है जो पिछली सरकार में भागने को मजबूर हुई थी.

कुछ लोगों को सपना होता है, कोई बात नहीं, सपना देखते रहिए, इंतजार करते रहिए. पहली बार जब हम पहला बजट पेश करने आए थे. उस वक्त यूपी 22 करोड़ आबादी का राज्य था अब आबादी 25 करोड़ है. उस लिहाज से हमने अपना राजस्व बढ़ाया और बजट का दायरा भी. सरकार का यह अंतिम अनुपूरक बजट है. यह छह लाख करोड़ का है. कोरोना काल के बावजूद हम छह लाख करोड़ तक पहुंचे. हर एक राज्य के लिए जो सीमा निर्धारित की गई है, राज्य सरकार ने उसका पालन किया है.

यूपी की अर्थव्यवस्था पहले देश में छठवें नबंर पर थी अब दूसरे नंबर पर है. प्रति व्यक्ति आय अब दोगुनी हो गई है. पहले की सरकार अगर इसी गति से चलती तो आज यूपी देश में नंबर एक होता. पिछली सरकारों ने स्वार्थ के लिए सत्ता का अपराधीकरण न किया होता, सत्ता को वंशवाद-परिवार के लिए गिरवी न रखा होता तो यह यूपी नंबर एक होता. वह बोले हम लक्ष्य लेकर चलें हैं. कई क्षेत्रों में हमें सफलता हासिल हुई. गेंहू, गन्ना समेत कई खाद्य उत्पादन में यूपी नंबर एक पर हैं.

देश की कई योजनाएं लागू करने में यूपी नंबर एक पर रहा. इनमें पीएम आवास योजना, स्ट्रीट वेंडर योजना समेत कई योजनाओं को लागू करने में यूपी देश में नंबर एक पर है. रसोई गैस चूल्हे देने में भी यूपी नंबर एक पर है.

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प्रदेश के सूक्ष्म, लघु उद्योगों को बढ़ावा देने में यूपी नंबर एक पर है. पहले देश में कई योजनाओं में यूपी 35 से 15वें स्थान पर रहता था, अब वह यूपी नंबर एक पर है. कोरोना टेस्टिंग, बेड देने और वैक्सीनेशन में यूपी देश में नंबर एक पर रहा. गरीबों को योजना का लाभ देने के लिए यूपी नंबर एक पर रहा. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई काम किए. 17 से दस नगर निगम 10 स्मार्ट सिटी मिशन के लिए चयनित हुए है. बचे हुए सात नगर निगमों को प्रदेश सरकार स्मार्ट सिटी के लिए तैयार कर रहे हैं. कल वाराणसी में देश के सभी महापौर जुटेंगे. 60 शहर अमृत योजना से जुड़े हैं. जल जीवन योजान के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में यूपी ने बड़ा काम किया.

उन्होंने कहा कि 1950-60 में डॉ. लोहिया ने कहा था कि जो सरकार इस देश के गरीबों के लिए शौचालय का निर्माण कर देगी, घर में चूल्हा जलाने का काम करेगी, उसे आने वाले 25 सालों तक दुनिया की कोई ताकत नहीं हटा पाएगी. उनके सपने को पीएम मोदी ने साकार कर दिखाया. हर गरीब के पास शौचालय है, रसोई गैस, आयुष्मान कार्ड है.

उन्होंने कहा कि 19 मार्च 2017 को सत्ता संभालीं थीं. एक टीम हरियाणा और छत्तीसगढ़ भेजी थी. पहले प्रदेश में आढ़तियों से खरीदारी होती थी. किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिल पाता था. एक अप्रैल 2017 को गेहूं क्रय केंद्र की स्थापना कर किसानों को फसल का उचित लाभ पहुंचाया.

इसके साथ ही उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, 14 नए मेडिकल कॉलेज, पेयजल योजना समेत कई उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि 2024 तक लक्ष्य है कि गांव में हर घर नल से जुड़ जाए. सामूहिक विवाह योजना के बारे में भी उन्होंने बताया. 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेतों में पानी पहुंचाया.

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