मुंबई : मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों को कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए योजना बनाने का निर्देश दिया है.
सीएम सचिवालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की मौजूदगी में उद्धव ठाकरे ने सभी जिलों के अधिकारियों से बात कर कोरोना से निपटने के लिए तत्परता से योजना बनाने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रतिबंधों में ढील देने में जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए और वायरस के प्रसार को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को लापरवाही नहीं करनी चाहिए. रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिले में संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने इन जिलों के जिलाधिकारियों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर सभी जिलों में ऑक्सीजन बिस्तर, आईसीयू बिस्तर और फील्ड अस्पताल स्थापित करने की योजना बनानी चाहिए.
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ठाकरे ने कहा कि वर्तमान में दूसरी लहर, डेल्टा प्लस प्रकार और तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य अवसंरचना को बेहतर बनाना आवश्यक है. स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने कहा कि राज्य में संक्रमण की दर घटकर 0.15 प्रतिशत रह गई है लेकिन उक्त सात जिलों में यह दर दोगुनी या तिगुनी है.
इस बीच, ऑक्सीजन उत्पादकों के साथ अलग से हुई एक बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य का लक्ष्य प्रतिदिन तीन हजार मीट्रिक तन ऑक्सीजन उत्पादन करना है और इसके लिए उत्पादन तथा भंडारण क्षमता बढ़ाने की जरूरत है.
(एजेंसी इनपुट)