पटना/दरभंगा: कर्नाटक विधानसभा में जीत के बाद नई सरकार का शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह है. इसमें शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी कर्नाटक जाएंगे. दोनों नेता बेंगलुरु पहुंचेंगे जहां नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित है.
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सिद्धारमैया की ताजपोशी के गवाह बनेंगे सीएम नीतीश: सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की जबरदस्त जीत हुई है. जो सीएम बने हैं, उनसे हमारा पहले से संपर्क है. सिद्धारमैया और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों ने आने का न्योता दिया है. हमने कहा कि हम आ जाएंगे, यही हम चाह रहे थे. वहीं तेजस्वी यादव ने भी कहा कि कल के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता मिला है.
"कर्नाटक में विपक्षी एकता का बेहतर शुभारंभ हुआ है. हम तो इसी में लगे हुए हैं. कर्नाटक में विपक्षी एकता का असर हुआ है. विरोधी दल एकजुट हो जाएंगे तो देश के हित में होगा."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
"कल माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ हमलोग जाएंगे. सीएम, मुझे और ललन सिंह को आमंत्रण मिला है. हम सब कल एक साथ जाएंगे."- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार
मान-मनौव्वल के बाद तय हुआ सीएम का नाम: बता दें कि चार दिनों से कर्नाटक का सीएम कौन होगा, इसको लेकर बने संशय के बादल छंट गए हैं. डीके शिवकुमार आखिरकार मान गए. अब कर्नाटक के नए सीएम सिद्धारमैया होंगे जबकि शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाया गया है. इसके अलावा डीके शिवकुमार 2024 तक कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष भी बने रहेंगे.
विपक्षी एकता की मुहिम पर सीएम नीतीश का जोर: सीएम नीतीश कुमार का पूरा फोकस विपक्षी एकजुटता पर है. यही कारण है कि उन्होंने कहा कि कर्नाटक से लौटने के बाद विपक्षी दलों की बैठक बुलाई जाएगी. बता दें कि विपक्षी दलों की पटना में बैठक होने की संभावना है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीते दिनों सीएम नीतीश से कहा था कि विपक्षी एकता को एक मंच पर लाने का श्रीगणेश (बैठक) बिहार से ही होना चाहिए. नीतीश कुमार अबतक देश भर के विपक्षी दलों के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सरीखे नेताओं से मिल चुकी है.