कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थन में आने के बाद, पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल (Anubrata Mondal) ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि वह जल्द ही हिरासत से रिहा हो जाएंगे. सीबीआई ने उन्हें पशु तस्करी घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
शुक्रवार दोपहर जब मंडल को आसनसोल विशेष सुधार गृह से कोलकाता लाया जा रहा था, तब वह मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए वह काफी खुश नजर आए. मंडल ने कहा, 'मैं न तो चोर हूं और न ही डकैत कि मैं हमेशा के लिए सलाखों के पीछे रहूंगा. कोई भी पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे नहीं बिताता है. इसलिए, मुझे भी जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा. दीदी का साथ पर्याप्त से अधिक है. इससे ज्यादा कहने के लिए और कुछ नहीं है.'
गुरुवार दोपहर कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बीरभूम से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मंडल को जेल से बाहर लाने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया था. शुक्रवार दोपहर मंडल को पूर्वी बर्दवान जिले के मंगलकोट में एक विस्फोट मामले में एक विशेष अदालत में पेश किया गया था, जो 2010 में पूर्ववर्ती वाम मोर्चा शासन के दौरान हुआ था.
अदालत ने शुक्रवार को उन्हें मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया. मंडल ने बरी होने के बाद कहा, यह सच्चाई की जीत है और अब यह साबित हो गया है कि मेरे खिलाफ 2010 में एक झूठा मामला दर्ज किया गया था. अदालत ने उस विस्फोट मामले में 14 अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया.
सीबीआई द्वारा मंडल की गिरफ्तारी के बाद से, मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि मंडल निर्दोष है. हालांकि उन्होंने खुद को पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी से दूर रखा, लेकिन मंडल का भरपूर समर्थन किया. चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती अनियमितताओं के घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था.
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(आईएएनएस)