हैदराबाद : पुलिस लॉकअप में मरियम्मा की मौत मामले पर तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री केसीआर (K. Chandrashekar Rao) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. सीएम ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए तथा जरूरत पड़ने पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिए.
घटना पर दुख जताते हुए सीएम ने सीएम केसीआर ने की मरियम्मा के बेटे को सरकारी नौकरी और घर देने के साथ ही 15 लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि मरियम्मा की दो बेटियों को भी 10 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी.
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने प्रगति भवन में सीएम केसीआर से मुलाकात की. इसके अलावा सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क (bhatti vikramarka), श्रीधर बाबू (sridhar babu), राजा गोपाल रेड्डी (raja gopal reddy), जग्गारेड्डी (jaggareddy) भी सीएम से मिले. इन लोगों ने सीएम से मरियम्मा परिवार के साथ न्याय करने का अनुरोध किया.
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वहीं नागरिक अधिकार आयोग ने मरियम्मा मामले में न्याय के लिए मामले को उच्च न्यायालय में भी रखा है. इस बारे में हाई कोर्ट को पुलिस द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि थाने में सीसी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. इस पर कोर्ट ने अडागुदुर थाने में सीसी कैमरे नहीं लगने लगने पर नाराजगी जताई.
वहीं मुख्यमंत्री ने डीजीपी महेंद्र रेड्डी को चिंताकणी मंडल जाकर मामले की पूरी जांच करने का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने डीजीपी को मरियम्मा के परिवारवालों से मिलने के लिए कहा.बता दें कि मरियम्मा का जन्म स्थान कोमतलागुडा गांव है जो खम्मम जिले के चिंताकणि मंडल में आता है.
उल्लेखनीय है कि हाल में एक दलित महिला मरियम्मा,जो एक घर में रसोइया थी, उसके और महिला के बेटे उदय किरण (Uday Kiran ) के खिलाफ मकान मालिक द्वारा दर्ज करवाई गई चोरी की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था और कथित पुलिस यातना (police torture) के कारण भोंगिर जिले के अडागुदुर पुलिस स्टेशन (Addagudur police station) के लॉक-अप में उसकी मृत्यु हो गई थी.
मरियम्मा को उसकी बेटी की उपस्थिति में चार दिनों तक पीटा गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरियम्मा की बेटी ने पुलिस से उसकी मां को नहीं पीटने का अनुरोध किया था.