ETV Bharat / bharat

cm bhupesh again attacks governor: 'कर्नाटक में हस्ताक्षर, तो छत्तीसगढ़ में तकलीफ क्यों', आरक्षण संशोधन विधेयक पर फिर लाल हुए सीएम भूपेश - पूर्व सीएम रमन सिंह पर सीएम भूपेश का हमला

सीएम भूपेश बघेल बस्तर दौरे पर हैं. जहां वे गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. सीएम भूपेश ने बस्तर रवाना होने से पहले एक बार फिर आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल और भाजपा की भूमिका पर सवाल उठाए.सीएम भूपेश ने कहा कि जिस बिल पर कर्नाटक में हस्ताक्षर हो सकते हैं उसी बिल पर छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं.

cm bhupesh on reservation amendment bill
आरक्षण संशोधन विधेयक पर फिर लाल हुए सीएम भूपेश
author img

By

Published : Jan 25, 2023, 5:49 PM IST

आरक्षण संशोधन विधेयक पर फिर लाल हुए सीएम भूपेश

रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत राज्यपाल को घेरा है. सीएम भूपेश ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा.सीएम भूपेश ने कहा कि भाजपा केवल दो तीन मुद्दों पर घड़ियाली आंसू बहाती है.हाल ही में पूर्व सीएम रमन सिंह ने अध्यादेश के मामले को लेकर ट्वीट किया गया था. जिसका जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि" इन लोगों की आदत है कि चीजों को तोड़ मरोड़ कर बताया जाए. वह कोई और बिल है यह कुछ और बिल है. यह विधानसभा से पारित बिल है.''

राज्यपाल के अधिकारों को लेकर कही बात : ''जो आरक्षण है देश में लागू है इनको हस्ताक्षर करने में क्यों तकलीफ हो रही है. जब आप कर्नाटक में कर सकते हैं तो यहां क्यों नहीं कर सकते. कर्नाटक के राज्यपाल के अलग दायित्व हैं और यहां के राज्यपाल के क्या अलग दायित्व हैं. क्योंकि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसलिए हस्ताक्षर कर दिया गया. तो यह दोहरा चरित्र कैसे चलेगा.''

क्वांटिफिएबल डाटा को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि " क्वांटिफिएबल डाटा देना कोई जरूरी नहीं है.जो बिल विधानसभा का है. उसमें आर्टिकल 200 के हिसाब से फैसले होंगे. या तो उसमें राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर किया जाए या वापस किया जाए. उसमें यह भी लिखा है कि जितनी जल्दी हो सके उतना जल्दी हस्ताक्षर कर दिया जाए. यह दिसंबर तक का फैसला था. आज 25 जनवरी हो गया. कितने दिन तक लटका कर रखा जाएगा. अधिकारों में कोई उल्लंघन नहीं होना चाहिए."


पूर्व सीएम रमन सिंह पर सीएम भूपेश का हमला : पूर्व सीएम रमन सिंह पर व्यंग कसते हुए सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि" रमन सिंह तो हमेशा से एक टुकड़ा पकड़कर कहीं की बात कही जोड़ने की कोशिश करते हैं. उस दिन मैंने बागेश्वर धाम के लिए एक बात कही कि जो साधना करेगा उसे सिद्धि मिल जाती है. और सिद्धि मिल जाने से उसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. यह रामकृष्ण परमहंस ने भी कहा, भगवान राम जी ने भी कहा था. मैंने यह भी कहा कि चाहे कोई फकीर हो पीर हो या जो चंगाई सभा करते हैं. यह हमारे हिंदुओं में भी जो इस तरह का प्रदर्शन करते हैं. यह उचित नहीं है.''

''यह मैंने कहा आप को यदि उसे यह रब दिखाई दे रहा है तो उसको सपने ही वही आते हैं. रमन सिंह को 24 घंटे इसी तरह के सपने आते हैं. अच्छा काम यह हुआ है कि नड्डा जी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में झंडा फहराने का मौका मिला है .पहली बार उन्हें कोई कार्य मिला है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं कि इसी तरह उन्हें काम मिलता रहे."

रासुका पर यूपी के सीएम को घेरा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि " दो-तीन बातें हैं जिसमें भाजपा घड़ियाली आंसू बहा रही है. उत्तर प्रदेश में यदि छत भी गिर जाए तो इंजीनियर पर रासुका लग जाता है. औ तो और हद हो गई जब बच्चे परीक्षा देने जाते हैं और यदि में नकल करते हुए पकड़ा जाते हैं तो उसमें भी रासुका लग जाता है. मोदी और शाह जी के बाद सबसे बड़े नेता योगी आदित्यनाथ और भी हर मामले में रासुका लगा रहे हैं. बच्चों पर नकल करने पर उस पर रासुका लगा रहे हैं. यह जानकारी है और यहां वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.''

ये भी पढ़ें-आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नृत्य ने मोहा मन

आरक्षण के मामले में भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है. विधानसभा में तो अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग के लिए ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षण सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. लेकिन राजभवन के माध्यम से से लटकाया रखा. राज्यपाल उसे स्वीकृत करके हस्ताक्षर करें. ताकि यहां के हजारों लाखों लोगों को आरक्षण का फायदा मिले."

आरक्षण संशोधन विधेयक पर फिर लाल हुए सीएम भूपेश

रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत राज्यपाल को घेरा है. सीएम भूपेश ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा.सीएम भूपेश ने कहा कि भाजपा केवल दो तीन मुद्दों पर घड़ियाली आंसू बहाती है.हाल ही में पूर्व सीएम रमन सिंह ने अध्यादेश के मामले को लेकर ट्वीट किया गया था. जिसका जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि" इन लोगों की आदत है कि चीजों को तोड़ मरोड़ कर बताया जाए. वह कोई और बिल है यह कुछ और बिल है. यह विधानसभा से पारित बिल है.''

राज्यपाल के अधिकारों को लेकर कही बात : ''जो आरक्षण है देश में लागू है इनको हस्ताक्षर करने में क्यों तकलीफ हो रही है. जब आप कर्नाटक में कर सकते हैं तो यहां क्यों नहीं कर सकते. कर्नाटक के राज्यपाल के अलग दायित्व हैं और यहां के राज्यपाल के क्या अलग दायित्व हैं. क्योंकि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसलिए हस्ताक्षर कर दिया गया. तो यह दोहरा चरित्र कैसे चलेगा.''

क्वांटिफिएबल डाटा को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि " क्वांटिफिएबल डाटा देना कोई जरूरी नहीं है.जो बिल विधानसभा का है. उसमें आर्टिकल 200 के हिसाब से फैसले होंगे. या तो उसमें राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर किया जाए या वापस किया जाए. उसमें यह भी लिखा है कि जितनी जल्दी हो सके उतना जल्दी हस्ताक्षर कर दिया जाए. यह दिसंबर तक का फैसला था. आज 25 जनवरी हो गया. कितने दिन तक लटका कर रखा जाएगा. अधिकारों में कोई उल्लंघन नहीं होना चाहिए."


पूर्व सीएम रमन सिंह पर सीएम भूपेश का हमला : पूर्व सीएम रमन सिंह पर व्यंग कसते हुए सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि" रमन सिंह तो हमेशा से एक टुकड़ा पकड़कर कहीं की बात कही जोड़ने की कोशिश करते हैं. उस दिन मैंने बागेश्वर धाम के लिए एक बात कही कि जो साधना करेगा उसे सिद्धि मिल जाती है. और सिद्धि मिल जाने से उसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. यह रामकृष्ण परमहंस ने भी कहा, भगवान राम जी ने भी कहा था. मैंने यह भी कहा कि चाहे कोई फकीर हो पीर हो या जो चंगाई सभा करते हैं. यह हमारे हिंदुओं में भी जो इस तरह का प्रदर्शन करते हैं. यह उचित नहीं है.''

''यह मैंने कहा आप को यदि उसे यह रब दिखाई दे रहा है तो उसको सपने ही वही आते हैं. रमन सिंह को 24 घंटे इसी तरह के सपने आते हैं. अच्छा काम यह हुआ है कि नड्डा जी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में झंडा फहराने का मौका मिला है .पहली बार उन्हें कोई कार्य मिला है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं कि इसी तरह उन्हें काम मिलता रहे."

रासुका पर यूपी के सीएम को घेरा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि " दो-तीन बातें हैं जिसमें भाजपा घड़ियाली आंसू बहा रही है. उत्तर प्रदेश में यदि छत भी गिर जाए तो इंजीनियर पर रासुका लग जाता है. औ तो और हद हो गई जब बच्चे परीक्षा देने जाते हैं और यदि में नकल करते हुए पकड़ा जाते हैं तो उसमें भी रासुका लग जाता है. मोदी और शाह जी के बाद सबसे बड़े नेता योगी आदित्यनाथ और भी हर मामले में रासुका लगा रहे हैं. बच्चों पर नकल करने पर उस पर रासुका लगा रहे हैं. यह जानकारी है और यहां वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.''

ये भी पढ़ें-आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नृत्य ने मोहा मन

आरक्षण के मामले में भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है. विधानसभा में तो अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग के लिए ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षण सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. लेकिन राजभवन के माध्यम से से लटकाया रखा. राज्यपाल उसे स्वीकृत करके हस्ताक्षर करें. ताकि यहां के हजारों लाखों लोगों को आरक्षण का फायदा मिले."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.