नई दिल्लीः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य में औद्योगिक विकास को लेकर प्रतिबद्धता दिखाते हुए उद्योगपतियों के साथ एक बैठक की. उन्होंने कहा कि राज्य में मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग यानी एमओयू का समय बीत चुका है और पंजाब में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 'मेमोरेंडम ऑफ दिल से' करेगी.
दरअसल, प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन के दूसरे दिन उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि एमओडीएस यानी 'मेमोरेंडम ऑफ दिल से' सीधे तौर पर दिल से किया गया समझौता है और पंजाब को औद्योगिक क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए पूर्ण विश्वास और उत्साह बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों के साथ समझौते के लिए कोई जोर जबरदस्ती वाली प्रथा, जो पहले की जाती थी, अब नहीं की जाएगी. उनके साथ बैठकर विचार विमर्श और बेहतर माहौल में ही यह समझौता किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले लोग राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में हिस्सेदार बनने के लिए अपनी तरफ से आए हैं. उनके अनुसार अलग-अलग कंपनियां अपने लक्ष्य के अनुसार राज्य में विकास के विस्तार की संभावना ढूंढती हैं. साथ ही इस तरह के प्रयास से राज्य तरक्की और खुशहाली की तरफ आगे बढ़ेगा और यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह भी ऐलान किया पंजाब में उद्योग को और अधिक बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष राज्य सरकार की तरफ से वित्तीय साल की हर तिमाही में अलग-अलग क्षेत्रों पर आधारित सम्मेलन किए जाएंगे.
सीएम मान ने पंजाब को प्रगतिशील और खुशहाल राज्य बनाने के लिए अपने सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग के बढ़ावे के लिए समुचित प्रयास हमेशा किया जाएगा और सरकार बनने के पहले दिन से ही नौजवानों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना ही सरकार का असली मकसद रहा है. साथ ही इन नौजवानों को नशों से दूर करने की कोशिश भी इसी माध्यम से पूरी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों को राज्य में इस सरकार के रहते बेहतर माहौल देना उनकी प्राथमिकता है. इससे राज्य में अधिक से अधिक निवेश होंगे.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस बैठक की सफलता के लिए डिप्टी कमिश्नर को भी बधाई दी. जिन्होंने इतने बड़े समागम को बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए खूब मेहनत की. साथ ही इस बैठक में भाग लेने वाले उद्योगपतियों का भी धन्यवाद किया. राज्य की उपलब्धियों को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए पंजाब में बेहतर माहौल है और यह निर्माण क्षेत्र का केंद्र है, जो फार्मा आईटी और अन्य क्षेत्रों में देश को नेतृत्व देता है और सरकार यहां आने वाले उद्योगपतियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई गई जिससे उनका कारोबार भी तेजी से बढ़े.
इस मौके पर भगवंत मान ने कहा चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने आने वाले 5 सालों में 16 नए मेडिकल कॉलेजों को बनवाने का फैसला किया है, जिससे राज्य में मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 25 हो जाएगी और आने वाले समय में हर एक जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से 117 स्कूल ऑफ एमिनेंट पंजाब के छात्रों को अकादमी क्षेत्र में बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए तैयार करेंगे. उनके अनुसार यह स्कूल छात्रों को नई दिशा देकर उनके जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस कार्यक्रम में इससे पहले इन्वेस्टमेंट प्रमोशन मंत्री अनमोल गगन मान ने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री की तरफ से राज्य में उद्योग को उत्साहित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.
इस दौरान विशेष तौर पर प्रमुख सचिव दिलीप कुमार और इन्वेस्ट पंजाब के सीईओ के के यादव का धन्यवाद भी किया. इस मौके पर राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से उद्योगपतियों के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं. वह सराहना के योग्य है जिससे आने वाले समय में पंजाब को प्रगतिशील राज्य बनाने में मदद मिलेगी.