हावेरी: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को हावेरी जिले के शिगगांव में अपना नामांकन दाखिल किया (CM Basavaraja Bommai files his nomination). वहीं, किंग ऑफ इलेक्शन के नाम से मशहूर के पद्मराजा ने शुक्रवार शिगगांव से नामांकन दाखिल किया है.
सीएम शिगगांव पहुंचे और सांकेतिक रूप से अपना नामांकन पत्र जमा किया. इस अवसर पर सांसद शिवकुमार उदासी, मंत्री सीसी पाटिल, शिगगांव विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता और परिवार के सदस्य उपस्थित थे.
इससे पहले बेंगलुरु से हुबली पहुंचे सीएम बोम्मई ने सिद्धारुढ़ मठ का दौरा किया और स्वामी जी के दर्शन किए. बाद में सीएम ने अमरगोला स्थित माता-पिता के स्मारक का दौरा किया और पूजा-अर्चना की.
इसके बाद सीएम शिगगांव की ओर बढ़े. नामांकन दाखिल करने से पहले सीएम बोम्मई ने शिगगांव नगर पालिका के पास चेन्नम्मा और बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और मंदिर भी गए और पूजा की, फिर सीएम ने तहसीलदार कार्यालय गए और नामांकन पत्र दाखिल किया.
सीएम बोम्मई 19 अप्रैल को एक बार फिर ग्रैंड रोड शो के साथ नामांकन दाखिल करेंगे. बोम्मई का समर्थन करने के लिए अभिनेता सुदीप भी 19 अप्रैल को आ सकते हैं.
'इलेक्शन किंग' पद्मराजन भी लड़ रहे यहीं से चुनाव : उधर, किंग ऑफ इलेक्शन के नाम से मशहूर के पद्मराजन भी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था. यह उनका 233वां नामांकन है. वह तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं. चुनाव के बादशाह के नाम से मशहूर 64 वर्षीय पद्मराजन तमिलनाडु के सलेम जिले के मेत्तूर के रहने वाले हैं. वह होम्योपैथिक डॉक्टर हैं. उन्होंने भारत में कई चुनाव लड़े हैं. पद्मराजन ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था.
हावेरी जिला कलेक्टर रघुनंदन मूर्ति ने कहा, वह केवल उस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ सकते हैं जहां के मतदाता हैं. साथ ही 10 स्थानीय लोगों के प्रस्ताव की आवश्यकता है, लेकिन किसी ने भी पद्मराजन के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा है, इसलिए, उनका नामांकन खारिज किया जा सकता है.
पद्मराजन का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के साथ-साथ लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने केरल के वायनाड से चुनाव लड़ा. राहुल के खिलाफ पद्मराजन ने 1,850 वोट हासिल किए और वह भी बिना किसी प्रचार के.
इतने चुनाव लड़ चके पद्मराजन : पद्मराजन, अब तक अटल बिहारी वाजपेयी, नरसिम्हा राव, जयललिता, करुणानिधि, एके एंटनी, येदियुरप्पा, बंगारप्पा, एसएम कृष्णा, एडप्पादी पलानीसामी, एमके स्टालिन के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने 5 राष्ट्रपति चुनाव, 5 उपराष्ट्रपति चुनाव, 32 लोकसभा, 50 राज्यसभा, 72 विधानसभा चुनाव, 3 एमएलसी, 1 मेयर, 3 अध्यक्ष, 4 पंचायत अध्यक्ष, 12 पार्षद, 2 जिला पार्षद, 3 संघ पार्षद, 6 वार्ड सदस्य, 30 निदेशक चुनाव लड़ चुके हैं.