आगरा: आगरा पुलिस और प्रशासन की अवैध कब्जे को लेकर सत्संगियों से ठनी हुई है. रविवार को हुए बबाल में 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी, पत्रकार के साथ ही एक दर्जन सत्संगी भी घायल हो गए. ऐसे में जिला प्रशासन हर तरह से सत्संगियों पर शिकंजा कस रहा है. जिला प्रशासन ने दयालबाग के निकट खासपुर और जगनपुर में 10 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर सत्संगियों पर जुर्माना लगाया है. सदर तहसीलदार ने सत्संगियों को 99.50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने का नोटिस जारी किया है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से राधा स्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरुप्रसाद सूद, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव और आरबी यादव को भूमाफिया घोषित करने के लिए तमाम सबूत जुटाए हैं.
बता दें कि सत्संगी लंबे समय से जिस भी सरकारी जमीन पर कब्जा करते हैं, वहां पर गेट लगा देते हैं. इतना ही नहीं, आम रास्तों को भी सत्संगी गेट लगाकर कब्जे में ले चुके हैं. कई बार सत्संग सभा को नोटिस दिए गए. तहसीलदार सदर रजनीश वाजपेयी ने अपने न्यायालय में उनका पक्ष जानने के लिए सत्संग सभा के लोगों को सुनवाई के लिए भी बुलाया था. तब दस्तावेज दिखाने के लिए 15 दिन का समय मांगा था. अब तहसीलदार रजनीश वाजपेयी ने 10 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा करने को लेकर सत्संगियों को 99.50 करोड़ रुपये का नोटिस दिया है.
सत्संग सभा के पक्ष में ट्वीट पर अखिलेश यादव ट्रोल
सपा मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने रविवार को सत्संग सभा के पक्ष में ट्वीट किया. इसमें उन्होंने अपनी भावनाएं इजहार कीं. लिखा कि राधास्वामी मत के मानने वाले विश्व भर में आध्यात्म, प्रेम, करुणा, सत्संग के लिए अनुकरणीय हैं. दयालबाग सदैव से आस्था, सौहार्द, सेवा और शिक्षा का प्रतीक रहा है. दयालबाग की जमीन पर अब सत्ताधारी और पुलिस प्रशासन मिलकर भूमाफिया की स्वार्थ सिद्धि में लग गए हैं. ये सत्संग की महान भारतीय परंपरा पर घातक प्रहार है. जिसका आस्थावान और शांतिप्रिय राधास्वामी मतावलंबी पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं. इस अन्याय के विरोध में समाजवादी पार्टी राधास्वामी सत्संग सभा के साथ खड़ी है और दयालबाग को बचाने की मुहिम में हर तरह से साथ है. भाजपा का धर्मविरोधी बुलडोजर जनता नहीं सहेगी. सपा मुखिया के ट्वीट पर उनको ही लोगों ने ट्रोल कर लिया. क्योंकि लोगों ने सत्संगियोें के अवैध कब्जे के साथ ही पुलिस पर किए गए पथराव और लाठी चलाने के वीडियो शेयर किए. कहा कि यही शांति प्रिय सत्संग है.
डीएम ने कहा, राजस्व रिकार्ड चेक करा रहे
डीएम भानु चंद गोस्वामी ने बताया कि राजस्व रिकार्ड को दोबारा से चेक कराया जा रहा है. सत्संगियों के अभिलेखों को भी देखा जाएगा. तहसील स्तर से फिर से अभिलेखों को देखने के निर्देश दिए गए हैं. इस प्रकरण का स्थायी समाधान निकालने के लिए अधिकारियों से मंथन किया जा रहा है.
प्रशासन की मदद को ग्रामीण तैयार
पुलिस और प्रशासन ने जिस तरह से सत्संगियों पर शिकंजा सकना शुरू किया है, उससे ग्रामीण खुश हैं. लेकिन, रविवार को जिस तरह से सत्संगियों ने पुलिस और प्रशासन की टीमों पर पथराव किया और लाठी डंडे चलाए. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन का हर संभव सहयोग देने के लिए ग्रामीण तैयार हैं. इस बारे में पूर्व जिला पंचायत सदस्य भूरी सिंह ने कहा कि प्रशासन जिस तरह का सहयोग मांगेगा, वे देने के लिए तैयार हैं.
विधानसभा भवन के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगे
किसान नेता श्याम सिंह चाहर का कहना है कि दोषी सत्संगियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाए. किसान नेता सौरभ चौधरी ने एलान किया है कि यदि ऐसा न हुआ तो वह 26 सितंबर को आगरा से पैदल जाकर मुख्यमंत्री से मिलकर प्रकरण को रखेंगे. विधानसभा भवन के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
भूमाफिया की कार्रवाई को पर्याप्त सबूत
दयालबाग में सत्संगियों ने जिस तरह से घात लगाकर पुलिस टीम पर हमला किया. यह कार्रवाई सत्संगियों के गले की फांस बन रही है. पुलिस ने न्यू आगरा थाने में रविवार देर रात मुकदमा दर्ज कराया. इससे प्रशासन की राधा स्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष को भूमाफिया घोषित करने की तैयारी को और मजबूती मिली है. पहले ही सर्वे समेत अन्य दस्तावेज जिला प्रशासन इस बारे में जुटा चुका है. रविवार देर शाम की घटना से प्रशासन के पास सत्संगियों को भूमाफिया घोषित करने के लिए पर्याप्त सुबूत हो गए हैं. क्योंकि, 26 सितंबर को जिला स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स की बैठक बुलाई है.
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