छत्रपति संभाजीनगर : औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किये जाने की चर्चा अभी खत्म ही नहीं हुई थी कि जिले के किराडपुरा में दंगा भड़क गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शहर का नाम बदलने के एक महीने बाद भी शहर में काफी तनाव था. रामनवमी की पृष्ठभूमि में किराडपुरा स्थित राम मंदिर पूजा की तैयारी हो रही थी. तभी युवाओं के एक समूह का दूसरे समूह के साथ विवाद हो गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ ही पलों में इलाके में भगदड़ मच गई. अनियंत्रित भीड़ ने पुलिस पर भी हमला किया.
-
Maharashtra | A clash broke out between two groups in Chhatrapati Sambhajinagar's Kiradpura area
— ANI (@ANI) March 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Stones were pelted, some private & police vehicles were set on fire. Police used force to disperse the people and now the situation is peaceful. Police will take strict action… pic.twitter.com/u9qa5XYyPk
">Maharashtra | A clash broke out between two groups in Chhatrapati Sambhajinagar's Kiradpura area
— ANI (@ANI) March 30, 2023
Stones were pelted, some private & police vehicles were set on fire. Police used force to disperse the people and now the situation is peaceful. Police will take strict action… pic.twitter.com/u9qa5XYyPkMaharashtra | A clash broke out between two groups in Chhatrapati Sambhajinagar's Kiradpura area
— ANI (@ANI) March 30, 2023
Stones were pelted, some private & police vehicles were set on fire. Police used force to disperse the people and now the situation is peaceful. Police will take strict action… pic.twitter.com/u9qa5XYyPk
पुलिस वाहनों पर पथराव किया गया. इस हमले में 2 पुलिसकर्मियों समेत पांच से छह लोग घायल हो गए. हिंसा रात 11.30 बजे शुरू हुई और तड़के 3.30 बजे तक जारी रही. छत्रपति संभाजीनगर ने एसपी निखिल गुप्ता ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर के किराडपुरा इलाके में दो समूहों के बीच झड़प हो गई. पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया और अब स्थिति शांतिपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
पढ़ें : Aurangabad rename Confusion: औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदले, सर्कुलर से भ्रम की स्थिति
गुरुवार को रामनवमी के अवसर पर शहर के विभिन्न स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. शहर की मिली-जुली बस्ती किराडपुरा स्थित राम मंदिर में भी तैयारियां चल रही थीं. रात करीब 11:30 बजे युवकों का जत्था मंदिर की ओर जा रहा था. यहीं से तनाव की पहली चिंगारी भड़की. दोनों गुटों में शुरू में झगड़ा हुआ और कहासुनी बढ़ गई और गाली-गलौज शुरू हो गई और दोनों पक्षों में नारेबाजी शुरू हो गई. कुछ ही पलों में, एक समूह ने मंदिर की ओर पथराव किया. कुछ लोग जान बचाने के लिए मंदिर में घुसे, उन पर भी हमला किया गया.
मंदिर के सामने खड़े पुलिस वाहन को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया. भीड़ को काबू में करने के लिए कुछ धर्मगुरुओं को बुलाया गया. लेकिन भीड़ उनकी बात भी सुनने के लिए तैयार नहीं थी. कुछ ही देर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंची. दंगाइयों ने उन पर भी पथराव किया. पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया. आंसू गैस के गोले भी छोड़े गये. बाद में दमकल विभाग के वाहनों आग बुझाने का काम किया.
पढ़ें : औरंगाबाद का नाम बदलने संबंधी विरोध-प्रदर्शन को रैली से पहले रोक दिया जाएगा: इम्तियाज जलील
स्थानीय लोगों के मुताबिक, भीड़ के काबू से बाहर होते ही पुलिस ने हवा में फायरिंग की. स्थानीय लोगों ने बताया कि दो-तीन बार फायरिंग हुई है. पुलिस ने आजाद चौक से सिटी चौक तक पुलिस के सभी रास्तों को जाम कर दिया. इसके अलावा ज्यादातर नागरिकों के घरों पर पथराव किया गया. नागरिक वहां मौजूद लोगों से अपने घरों से बाहर निकलने की अपील कर रहे थे. छत्रपति संभाजीनगर के सांसद इम्तियाज जलील मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
पढ़ें : उद्धव कैबिनेट का फैसला, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर, उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने को मंजूरी