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बिहार : झूठा निकला हॉप शूट्स की खेती का दावा - खेती का दावा

बिहार के किसान अमरेश सिंह द्वारा किया गया हॉप शूट्स की खेती का दावा झूठा निकला. जांच के लिए मौके पर गए कृषि वैज्ञानिकों को न वह खेत मिला, जिसमें हॉप शूट्स की खेती का दावा किया गया था और न एक भी पौधा. कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि हॉप शूट्स ठंडे वातावरण का पौधा है. औरंगाबाद के गर्म मौसम में इसे उगाना संभव नहीं.

हॉप शूट्स
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Published : Apr 4, 2021, 7:20 PM IST

पटना : बिहार के औरंगाबाद में विश्‍व की सबसे महंगी सब्‍जी हॉप शूट्स की खेती का दावा नकली निकला है. बिहार में ऐसी सब्जी की खेती का दावा किया गया था, जिसकी कीमत 80 हजार से 1 लाख रुपए प्रति किलो तक है. इंटरनेट मीडिया से लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों में यह खबर इन दिनों चर्चा में है, लेकिन जमीनी पड़ताल में सच कुछ और निकला. यहां न तो ऐसा कोई खेत मिला और न ही सब्जी.

हम बात कर रहे हैं औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के करमडीह गांव के एक युवक अमरेश सिंह द्वारा विश्‍व की सबसे महंगी सब्‍जी हॉप शूट्स की कथित खेती की. इस खबर ने कृषि विभाग को भी चौकाया. सच्चाई जानने के लिए कृषि वैज्ञानिक करमडीह गांव पहुंचे और जांच की. गांव में अमरेश और उनका परिवार मिला, लेकिन न तो वह खेत था और न हॉप शूट्स की फसल.

झूठा निकला हॉप शूट्स की खेती का दावा

परिवार को नहीं पता हॉप शूट्स
जब परिजनों से हॉप शूट्स की खेती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई. कहा कि उनके खेत में इस तरह की कोई फसल नहीं उगाई गई है. अमरेश सिंह के पिता अवधेश सिंह ने कहा कि मैंने हॉप शूट्स की खेती नहीं देखी है. करीब दो माह से अमरेश बीमार है. उसे लीवर की बीमारी है. हॉप शूट्स के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है.'

वहीं, अमरेश सिंह के बेटे शुभम सिंह का इस मामले में कहा कि मैंने हॉप शूट्स को सिर्फ तस्वीरों में देखा है. मैंने इसकी खेती अपने गांव में नहीं देखी है.

पढ़ें - इस ईस्टर रविवार प्राचीन भारतीय चर्चों का दर्शन करें

औरंगाबाद में नहीं हो सकती हॉप शूट्स की खेती
गांव में जांच करने गए कृषि वैज्ञानिक नित्यानंद रॉय कहा, 'औरंगाबाद में हॉप शूट्स की खेती की खबर फैली तो मुझे लोगों के फोन आने लगे. इसके बाद हम लोगों ने गांव जाकर देखा. हमें हॉप शूट्स का कोई पौधा नहीं मिला. अमरेश के दावे की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है. अगर फर्जी खेती का मामला निकला तो कार्रवाई की जाएगी. जिला कृषि कार्यालय के अधिकारी इस पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.'

नित्यानंद रॉय ने कहा 'औरंगाबाद जिला के किसी भी स्थल पर हॉप शूट्स की खेती नहीं हो रही है. यह पौधा ठंडे वातावरण में उगता है. इसे 12-15 डिग्री सेल्सियस से नीचे का तापमान चाहिए. औरंगाबाद जिला का तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक जाता है. गर्म वातावरण के चलते इस पौधे की खेती औरंगाबाद में संभव नहीं है.'

पटना : बिहार के औरंगाबाद में विश्‍व की सबसे महंगी सब्‍जी हॉप शूट्स की खेती का दावा नकली निकला है. बिहार में ऐसी सब्जी की खेती का दावा किया गया था, जिसकी कीमत 80 हजार से 1 लाख रुपए प्रति किलो तक है. इंटरनेट मीडिया से लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों में यह खबर इन दिनों चर्चा में है, लेकिन जमीनी पड़ताल में सच कुछ और निकला. यहां न तो ऐसा कोई खेत मिला और न ही सब्जी.

हम बात कर रहे हैं औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के करमडीह गांव के एक युवक अमरेश सिंह द्वारा विश्‍व की सबसे महंगी सब्‍जी हॉप शूट्स की कथित खेती की. इस खबर ने कृषि विभाग को भी चौकाया. सच्चाई जानने के लिए कृषि वैज्ञानिक करमडीह गांव पहुंचे और जांच की. गांव में अमरेश और उनका परिवार मिला, लेकिन न तो वह खेत था और न हॉप शूट्स की फसल.

झूठा निकला हॉप शूट्स की खेती का दावा

परिवार को नहीं पता हॉप शूट्स
जब परिजनों से हॉप शूट्स की खेती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई. कहा कि उनके खेत में इस तरह की कोई फसल नहीं उगाई गई है. अमरेश सिंह के पिता अवधेश सिंह ने कहा कि मैंने हॉप शूट्स की खेती नहीं देखी है. करीब दो माह से अमरेश बीमार है. उसे लीवर की बीमारी है. हॉप शूट्स के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है.'

वहीं, अमरेश सिंह के बेटे शुभम सिंह का इस मामले में कहा कि मैंने हॉप शूट्स को सिर्फ तस्वीरों में देखा है. मैंने इसकी खेती अपने गांव में नहीं देखी है.

पढ़ें - इस ईस्टर रविवार प्राचीन भारतीय चर्चों का दर्शन करें

औरंगाबाद में नहीं हो सकती हॉप शूट्स की खेती
गांव में जांच करने गए कृषि वैज्ञानिक नित्यानंद रॉय कहा, 'औरंगाबाद में हॉप शूट्स की खेती की खबर फैली तो मुझे लोगों के फोन आने लगे. इसके बाद हम लोगों ने गांव जाकर देखा. हमें हॉप शूट्स का कोई पौधा नहीं मिला. अमरेश के दावे की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है. अगर फर्जी खेती का मामला निकला तो कार्रवाई की जाएगी. जिला कृषि कार्यालय के अधिकारी इस पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.'

नित्यानंद रॉय ने कहा 'औरंगाबाद जिला के किसी भी स्थल पर हॉप शूट्स की खेती नहीं हो रही है. यह पौधा ठंडे वातावरण में उगता है. इसे 12-15 डिग्री सेल्सियस से नीचे का तापमान चाहिए. औरंगाबाद जिला का तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक जाता है. गर्म वातावरण के चलते इस पौधे की खेती औरंगाबाद में संभव नहीं है.'

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