नई दिल्ली : भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) एन वी रमना और सभी 25 उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश (सीजे) शुक्रवार को यहां 39वें सीजे सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन में उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति से लेकर भारत में सभी न्यायालय परिसरों में कनेक्टिविटी व नेटवर्क को मजबूत करने तक न्यायपालिका से संबंधित मुद्दों के समाधान पर चर्चा की जाएगी.
शीर्ष अदालत ने एक बयान में कहा कि मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन के तहत शीर्ष अदालत में एक कार्यक्रम होगा जिसमें न्यायालय के दो वरिष्ठतम न्यायाधीश-न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति एएम खानविलकर शामिल होंगे. इसमें बताया गया कि इसके बाद शनिवार को विज्ञान भवन में मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों का संयुक्त सम्मेलन होगा जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
बयान में बताया गया कि दोनों सम्मेलन सीजेआई रमना की पहल पर छह साल के अंतराल के बाद आयोजित किए जा रहे हैं, जो अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ 2016 में पिछले सीजे सम्मेलन में पारित प्रस्तावों पर हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे और इस पर भी विचार करेंगे कि न्याय वितरण प्रणाली में सुधार के लिए कौन कौन से कदम उठाए जाने की जरूरत है.
सीजे सम्मेलन, 2022 'प्राथमिकता के आधार पर अखिल भारतीय न्यायालय परिसरों में नेटवर्क और कनेक्टिविटी को मजबूत करने और मानव संसाधन / कार्मिक नीति- जिला अदालतों की आवश्यकता' सहित अन्य प्रमुख मुद्दों से निपटेगा.
पढ़ें- बोझ से दबी है न्यायपालिका, जजों की रिक्तियां भरना प्राथमिकता : चीफ जस्टिस रमना
(पीटीआई-भाषा)