नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना इसी महीने 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं. उन्होंने अपने एक साल से थोड़े अधिक कार्यकाल के दौरान सबसे अधिक जजों की नियुक्तियां की हैं. उन्होंने 100 से अधिक जजों की नियुक्तियां की. इनमें पांच जज सुप्रीम कोर्ट में और बाकी सभी नियुक्तियां हाईकोर्ट में की गईं हैं. ये अलग बात है कि हाईकोर्ट में अभी भी 380 जजों के पद रिक्त हैं.
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के कार्यकाल की शुरुआत 24 अप्रैल 2021 को हुई थी. उन्होंने जस्टिस एसए बोबडे का स्थान लिया था. तब अलग-अलग उच्च न्यायालयों में 411 जजों के पद खाली थे. आपको बता दें कि जजों की नियुक्तियां कोलेजियम के माध्यम से की जाती हैं. कोलेजियम में पांच वरिष्ठत जज शामिल होते हैं. मुख्य न्यायाधीश रमना ने कोलेजियम के भीतर सर्वसम्मति बनाने का विशेष प्रयास किया और नियुक्तियों को एक नई गति प्रदान की.
केंद्र सरकार ने उनकी सभी सिफारिशें मान लीं. अगर तुलना करना चाहें तो उनके पूर्ववर्ती जस्टिस बोबडे के कार्यकाल में एक भी जजों की नियुक्ति नहीं की गई थी. उनका कार्यकाल एक साल का था. हालांकि, उस समय कोरोना महामारी की वजह से अप्रत्याशित स्थितियां भी सामने आ गईं थीं.
जस्टिस रमना ने कोलेजियम की आखिरी बैठक 25 जुलाई को की थी. इसमें उन्होंने अलग-अलग उच्च न्यायालयों के लिए 35 नामों की सिफारिश की हैं. इसके बाद उन्होंने कोलेजियम की दो अन्य बैठकें कीं. उन्होंने तीन नामों को सुप्रीम कोर्ट के लिए प्रस्तावित किया, पर कोलेजियम के भीतर एकराय कायम नहीं की जा सकी. अब क्योंकि अगले मुख्य न्यायाधीश के नाम की सिफारिश की जा चुकी है, इसलिए वह कोलेजियम की अध्यक्षता नहीं कर सकते हैं. जस्टिस यूयू ललित देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे. उनका कार्यकाल करीब तीन मीहने का होगा.
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