नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र की चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने और उन्हें सुलझाने के लिए तीन सलाहकार समूहों का गठन किया है. इन समूहों में विमानन कंपनियां ने हवाईअड्डा संचालक, मालवाहक विमान, ग्राउंड हैंडलिंग कंपनियां, उड़ान का प्रशिक्षण देने वाले संगठन (एफटीओ) और रखरखाव एवं मरम्मत करने वाली कंपनियां (एमआरओ) शामिल हैं.
कोरोना वायरस महामारी की अप्रैल और मई में आई दूसरी लहर से भारत और उसका विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था. विमानन क्षेत्र के कई हितधारकों की वित्तीय स्थिति इस समय अच्छी नहीं है.
मंत्रालय ने ट्वीट किया, माननीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में नागर विमानन मंत्रालय ने तीन सलाहकार समूह बनाए हैं. जिनमें विमानन कंपनियां, विमान संचालक और एमआरओ, मालवाहक विमान, एफटीओ और ग्राउंड हैंडलिंग कंपनियां शामिल हैं.
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कहा गया है समूह मामलों पर विचार-विमर्श करने और प्रत्येक क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियां हल करने के लिए नियमित बैठक करेंगे इसके लिए आदेश जारी किए गए है. लॉकडाउन के कारण पिछले साल 25 मार्च से 24 मई के बीच भारत में घरेलू विमान सेवा को लगभग दो महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था. जून 2020 से घरेलू विमानन सेवा पटरी पर लौट रही थी. लेकिन इस साल अप्रैल और मई में महामारी की दूसरी लहर ने देश में विमानन क्षेत्र को फिर नुकसान पहुंचाया.
(पीटीआई-भाषा)