महेंद्रगढ़ : हरियाणा की सीआईडी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नारनौल से 27 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी बांग्लादेशी लूणी सलोनी गांव के पास पहलवान ईट भट्ठे पर काम कर रहे थे. पकड़े गए बांग्लादेशियों में 10 पुरुष, 5 महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं.
सीआईडी को एक बांग्लादेशी के पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ है, जबकि अन्य कोई दस्तावेज वो लोग दिखा नहीं पाए. इसके अलावा राजस्थान के पचेरी ईंट भट्ठे से आए अन्य बांग्लादेशियों को भी गिरफ्तार किया गया है. ये लोग लगातार ढाका कॉल कर रहे थे, जिससे ये पकड़ में आए. इन्हें अब वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा.
दरअसल, सीआईडी की टीम गणतंत्र दिवस की सुरक्षा के मद्देनजर संदिग्ध लोगों की जांच के लिए छापेमारी कर रही है. इसी कड़ी में सीआईडी की टीम लूणी सलूणी गांव के पास एक ईंट भट्टे पर पहुंची. यहां काम कर रहे मजदूरों से दस्तावेज मांगे गए तो कोई भी मजदूर अपना राशन कार्ड, आधार कार्ड या वोटर कार्ड नहीं दिखा सके.
पहले खुद को बताया पश्चिमी बंगाल का निवासी
जब इन लोगों से मूल निवास स्थान के बारे में पूछताछ की गई तो सभी ने पहले खुद को पश्चिमी बंगाल का निवासी बताया. बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि वो सभी बांग्लादेश के कुरीग्राम के रहने वाले हैं. एक व्यक्ति के पास आधार कार्ड मिला, जिसमें दिल्ली का फर्जी पता था.
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मोबाइल कॉल से खुले राज
इन लोगों के पास भारतीय कंपनी के मोबाइल फोन हैं. पुलिस ने मोबाइल की जांच की तो इन लोगों के ढाका में लगातार बात किए जाने की कॉल रिकॉर्ड मिले. इन लोगों ने कहा कि उनके कुछ रिश्तेदार राजस्थान में रह रहे हैं. वो करीब 10 साल पहले भारत आए थे. इसके पहले बहादुरगढ़ में ईंट भट्ठे पर काम करते थे और वो सभी 1 साल पहले ही नारनौल क्षेत्र में आए हैं.