नई दिल्ली: बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी में दो फाड़ हो गई है. चिराग पासवान और चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच तनातनी जारी है. दोनों एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. इसी बीच एलजेपी नेता चिराग पासवान मीडिया पर खुलकर बातें कर रहे हैं.
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं और मेरी पार्टी हमेशा से भारतीय जनती पार्टी का साथ दिया है. उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मेरी पार्टी ने खुलकर बीजेपी का साथ दिया. वहीं, नीतीश कुमार लगातार इनका विरोध करते नजर आए.
नीतीश कुमार ने किया विरोध
चिराग ने आगे कहा कि 2015 में नीतीश कुमार ने लालू का साथ दिया. उस समय में भी हमारा गठबंधन भारतीय जनता पार्टी के साथ रहा. हमने कभी भी इनका विरोध नहीं किया. नीतीथ पर हमला बोलते हुए चिराग ने कहा कि इन्होंने लगातार पीएम मोदी का विरोध किया. यहा तक कि उनकी पार्टी ने अपना हाथ झटक लिया था.
हर नीतिगत फैसले पर दिया साथ
उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हमारी पार्टी ने एनडीए के साथ गठबंधन किया. इसके अलावा 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव में 6 सीटों को लेकर उनसे बात हुई थी. जिसकी जानकारी हमारी पार्टी ने पहले ही बीजेपी को दे दी थी. ऐसा इसलिए किया क्योंकि 2 सीटों पर हमारे सिटिंग एमएलए थे. चिराग ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के हर नीतिगत फैसले का समर्थन किया चाहे वह ट्रिपल तलाक, राम मंदिर मुद्दा, आर्टिकल-370, सीएए या एनआरसी हो, लेकिन नीतीश कुमार ने हर समय इनका खुलकर विरोध किया.
पढ़ें: चिराग पासवान का छलका दर्द, कहा- 'हनुमान' की हालत देख 'राम' खामोश नहीं रहेंगे
अब समय आ गया
आर-पार की बात करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय जनता पार्टी को तय करना होगा कि वह किसका साथ देगी. उन्होंने कहा कि यह मेरी दुविधा नहीं है. मैं शुरू से लेकर अंत तक बीजेपी के साथ रहा, लेकिन अब यह भारतीय जनता पार्टी को सोचना होगा कि वह नीतीश कुमार के साथ हैं या मेरे.