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चीनियों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा : चीन की पाक को दो टूक

चीनी नागरिकों पर ताजा हमले की कड़ी निंदा करते हुए चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीनी नागरिकों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोग निश्चित रूप से इसकी कीमत चुकाएंगे.

चीन की पाक को दो टूक
चीन की पाक को दो टूक
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Published : Apr 27, 2022, 12:46 PM IST

बीजिंग: चीन ने बुधवार को पाकिस्तान से देश में काम करने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया है. साथ ही कराची विश्वविद्यालय में हुए आत्मघाती हमले के दोषियों की पकड़ने और सजा देने की मांग की है. बता दें कि उस हमले में तीन चीनी शिक्षक मारे गए और एक अन्य घायल हो गए थे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर ताजा हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि चीनियों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोग निश्चित रूप से इसकी कीमत चुकाएंगे.

नवीनतम लक्षित हमले में बुर्का पहने बलूच महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट ने मंगलवार को प्रतिष्ठित कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की एक शटल यात्री वैन को टक्कर मार दी, जिसमें तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई और एक घायल हो गया और कई पाकिस्तानी हताहत हो गए थे. पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी में चीनी नागरिकों के खिलाफ हिंसा पर चीन ने गहरा एतराज जताया है. सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने प्रवक्ता के हवाले से कहा कि चीन ने हमले पर अपनी "कड़ी निंदा और बड़ा आक्रोश" व्यक्त किया. इसके साथ ही पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की

रिपोर्ट के अनुसार चीनी सहायक विदेश मंत्री वू जियानघाओ ने बेहद गंभीर चिंता व्यक्त करने के लिए चीन में पाकिस्तानी राजदूत को तत्काल फोन किया है. वू ने मांग की कि पाकिस्तानी पक्ष को तुरंत घटना की गहन जांच करनी चाहिए. अपराधियों को कानून के तहत पकड़ना और दंडित किया जाना चाहिए. साथ ही पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करना चाहिए. ऐसी घटनाओं की भविष्य में पुनरावृति न हो. प्रवक्ता ने कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान में चीनी राजनयिक मिशन संबंधित पाकिस्तानी विभागों से मारे गए लोगों के मामलों को ठीक से संभालने, घायलों का इलाज करने और इसमें शामिल आतंकवादी संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है. प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) से जुड़ी मजीद ब्रिगेड ने कराची विश्वविद्यालय में चीन निर्मित कन्फ्यूशियस संस्थान के पास हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीड़ितों में तीन चीनी नागरिक थे. उनकी पहचान कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के निदेशक हुआंग गुइपिंग, डिंग मुपेंग, चेन सा और पाकिस्तानी ड्राइवर खालिद के रूप में हुई.

बीजिंग: चीन ने बुधवार को पाकिस्तान से देश में काम करने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया है. साथ ही कराची विश्वविद्यालय में हुए आत्मघाती हमले के दोषियों की पकड़ने और सजा देने की मांग की है. बता दें कि उस हमले में तीन चीनी शिक्षक मारे गए और एक अन्य घायल हो गए थे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर ताजा हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि चीनियों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोग निश्चित रूप से इसकी कीमत चुकाएंगे.

नवीनतम लक्षित हमले में बुर्का पहने बलूच महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट ने मंगलवार को प्रतिष्ठित कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की एक शटल यात्री वैन को टक्कर मार दी, जिसमें तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई और एक घायल हो गया और कई पाकिस्तानी हताहत हो गए थे. पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी में चीनी नागरिकों के खिलाफ हिंसा पर चीन ने गहरा एतराज जताया है. सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने प्रवक्ता के हवाले से कहा कि चीन ने हमले पर अपनी "कड़ी निंदा और बड़ा आक्रोश" व्यक्त किया. इसके साथ ही पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की

रिपोर्ट के अनुसार चीनी सहायक विदेश मंत्री वू जियानघाओ ने बेहद गंभीर चिंता व्यक्त करने के लिए चीन में पाकिस्तानी राजदूत को तत्काल फोन किया है. वू ने मांग की कि पाकिस्तानी पक्ष को तुरंत घटना की गहन जांच करनी चाहिए. अपराधियों को कानून के तहत पकड़ना और दंडित किया जाना चाहिए. साथ ही पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करना चाहिए. ऐसी घटनाओं की भविष्य में पुनरावृति न हो. प्रवक्ता ने कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान में चीनी राजनयिक मिशन संबंधित पाकिस्तानी विभागों से मारे गए लोगों के मामलों को ठीक से संभालने, घायलों का इलाज करने और इसमें शामिल आतंकवादी संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है. प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) से जुड़ी मजीद ब्रिगेड ने कराची विश्वविद्यालय में चीन निर्मित कन्फ्यूशियस संस्थान के पास हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीड़ितों में तीन चीनी नागरिक थे. उनकी पहचान कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के निदेशक हुआंग गुइपिंग, डिंग मुपेंग, चेन सा और पाकिस्तानी ड्राइवर खालिद के रूप में हुई.

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पीटीआई

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