नई दिल्ली: गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हजारों की संख्या में किसान मौजूद हैं. आंदोलन में अब किसानों के बच्चे भी पहुंचने लगे हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में एक ट्रॉली में बैठकर छात्र बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करते नजर आए. ईटीवी भारत ने इन छात्रों से खास बातचीत की.
संभल जिले के रहने वाले विशाल यादव कक्षा 12 में पढ़ते हैं. बोर्ड परीक्षाएं भी सिर पर है. ऐसे में विशाल यादव आंदोलन में ही ट्रॉली में बैठकर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. विशाल यादव बताते हैं कि घर के तमाम लोग गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल हैं.
ऐसे में घर पर अकेले रहकर पढ़ाई करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी. आंदोलन जरूरी है और बोर्ड परीक्षाएं भी जरूरी हैं. ऐसे में हम अपने परिवार वालों के साथ आंदोलन में किताबें लेकर आए हैं और अब यहीं रहकर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करेंगे.
'गाजीपुर बॉर्डर से ही देने जाएंगे बोर्ड एग्जाम'
कक्षा आठ में पढ़ने वाले विवेक कुमार बताते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के बाद किसानों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. परिवार वाले आंदोलन में हैं. आंदोलन भी उतना ही जरूरी है जितनी की पढ़ाई. ऐसे में घर से हम लोग किताबें ले आए हैं और अब आंदोलन में ही पढ़ाई कर रहे. सरकार जब तीनों कृषि कानून वापस ले लेगी, उसके बाद ही अब घर लौटेंगे. आवश्यकता पड़ी गाजीपुर बॉर्डर से ही परीक्षा देने जाएंगे.
'छात्रों के पढ़ने के लिए करेंगे इंतजाम'
भाकियू उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजवीर जादौन ने कहा कि जब किसान अपने हक की लड़ाई के लिए गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचना शुरू हुए तो किसानों के बच्चों को भी यह एहसास हुआ की ये लड़ाई उनके भविष्य की है. ऐसे में वह भी अपने परिजनों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने लगे. ऐसे में किसानों के बच्चे गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन भी कर रहे हैं, साथ ही पढ़ाई की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रहे हैं.
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आंदोलन में छात्रों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में अब छात्रों के पढ़ने के लिए भी इंतजाम किया जाएगा.