पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिशन 2024 जारी है. अगले साल होने वाले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए के खिलाफ मजबूत विपक्षी गठबंधन की कोशिशों में जुटे नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज वे (नीतीश कुमार) भुवनेश्वर पहुंचे और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की. मुलाकात के बाद नवीन पटनायक ने कहा है कि गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई. ऐसे में सवाल है कि मुलाकात हुई तो क्या बात हुई?
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ओडिशा के CM नवीन पटनायक से मिले नीतीश : दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के बाद जब ओडिशा सीएम से सवाल पूछा गया कि ऐसी चर्चा है कि नीतीश कुमार और आपकी (नवीन पटनायक) मुलाकात विपक्षी एकता को लेकर हुई है. क्या बात हुई है. जवाब में नवीन पटनायक ने कहा कि ''हम पुराने दोस्त हैं. सालों से हम एक दूसरे को जानते हैं. किसी भी तरह के गठबंधन के बारे में कोई बात नहीं हुई, धन्यवाद.''
ओडिशा CM से मुलाकात पर क्या बोले नीतीश : वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ''हम लोगों का रिश्ता आज का नहीं है. इनके (नवीन पटनायक) पिताजी से जो संबंध, उसके बाद इनसे संबंध इन्होंने बताया. बराबर हम यहां आते थे. लेकिन जब से कोरोना हुआ, आना थोड़ा कम हो गया. इनसे पहले से बात हो गई थी. इसलिए यहां आए थे. राजनीतिक चर्चा हुई.'' आखिर में ओडिशा सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि पुरी में बिहार भवन बनाने के लिए हम लोग बिहार सरकार को फ्री में जमीन देंगे.
महाराष्ट्र भी जाएंगे सीएम नीतीश: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महाराष्ट्र जाकर मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से भी मिलेंगे. नीतीश कुमार दोनों नेताओं को बिहार में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में निमंत्रण देंगे. महाराष्ट्र में शरद पवार की भूमिका चाणक्य की तरह है. उनको साथ लेकर नीतीश अपने तीसरे मोर्चे को मजबूती देनें की कोशिशों में जुटे हैं. नीतीश कह चुके हैं कि एनडीए गठबंधन को 100 सीट के अंदर समेटना है. अपने उद्देश्य के मुताबिक वो उस दिशा में प्रयास कर भी रहे हैं.
ममता-अखिलेश से भी कर चुके हैं मुलाकात : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एक ही दिन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं. अखिलेश ने लखनऊ में कहा कि बीजेपी जब तक हटेगी नहीं तब तक देश बचेगा नहीं. वहीं ममता बनर्जी ने भी नीतीश से कहा है कि बिहार से ही जेपी आंदोलन शुरू हुआ. सर्वदलीय बैठक कर हम तय कर सकते हैं कि ''हम किस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हमें विरोधियों को एकजुटता का संदेश भी देना है. ताकि बीजेपी जीरो बन जाए.''
''मैंने नीतीश कुमार से बस एक ही अनुरोध किया है. लोकनायक जयप्रकाश का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ. हम अगर बिहार में सर्वदलीय बैठक करते हैं, तो हम यह तय कर सकते हैं कि हमें आगे कहां जाना है. सबसे पहले हमें यही संदेश देना होगा कि हम एकजुट हैं. मैं चाहती हूं कि बीजेपी जीरो हो जाए. मीडिया के सहारे और झूठ बोलकर हीरो बन गए हैं.'' - ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
कब होगी विपक्षी सर्वदलीय बैठक? : ममता बनर्जी के इसी अनुरोध के आधार पर नीतीश कुमार ने ताबड़तोड़ अभियान शुरू किया. सभी दलों को एक मंच पर, एक साथ लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. सबकुछ ठीक रहा तो 17 मई, 18 मई और 19 मई को बिहार में विपक्षी सर्वदलीय बैठक देखने को मिल सकती है. इसी बैठक के बाद तय होगा कि देश में कोई तीसरा मोर्चा बनेगा या फिर कांग्रेस के साथ मिलकर ही ये सभी दल बीजेपी से 2024 में दो-दो हाथ करेंगे?