अंबिकापुर/रायगढ़ : प्रदेश की पहली किन्नर महापौर मधु बाई ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का दामन थाम लिया है. अब वो विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं. रायगढ़ से जोगी कांग्रेस ने मधु किन्नर को टिकट दिया है. मधुबाई सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी. इस बीच मधुबाई ने रायगढ़ की जनता से अपील की है कि उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को देख लिया है. अब एक बार उन्हें मौका दें.
छत्तीसगढ़ में पहली बार किन्नर लड़ेगी विधानसभा चुनाव: दरअसल, अब तक जनता ने मधु बाई को मेयर के रूप में उनके काम को देखा है. इसलिए रायगढ़ क्षेत्र में एक किन्नर का चुनाव लड़ना कोई नया प्रयोग नहीं होगा. पहले भी देश में कई स्थान से किन्नर विधायक, मेयर व अन्य पदों पर रह चुके हैं. मध्यप्रदेश में शबनम मौसी ने तो जबरदस्त जीत दर्ज करते हुए दिग्गजों को चुनाव में हराया था. लेकिन दोबारा उनको बुरी तरह असफलता हाथ लगी. अब मधु बाई अपने दूसरे प्रयास में कितनी सफल हो पाती हैं यो तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा.
मधु किन्नर जनता से कर रही वोट की अपील: भारत के लोकतंत्र की मजबूती में एक अध्याय तब जुड़ गया जब पहली बार किसी किन्नर ने चुनाव लड़ा. वो चुनाव जीत कर विधायक भी बनी. इस किन्नर की कहानी से देश भर के किन्नर समाज में जागरूकता देखने को मिली. इसके बाद दूसरे चुनावों में भी किन्नर भाग लेने लगीं. कोई पार्षद बना, तो कोई मेयर. अब एक बार फिर छतीसगढ़ में एक किन्नर चुनावी मैदान में उतर चुकी है. वो विधायकी लड़ने की पूरी तैयारी कर चुकी हैं. जनता से लगातार वो वोट की अपील भी कर रही हैं.
पहली बार विधायक बनी शबनम मौसी: एमपी के शहडोल में साल 2000 में हुए उप चुनाव में एक किन्नर शबनम मौसी ने सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता. शबनम देश की पहली किन्नर विधायक बन गई. शबनम मौसी ने यह चुनाव निर्दलीय लड़ा था. इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों के प्रत्याशी को मिलाकर भी इतने वोट नहीं मिले थे, जितने शबनम को अकेले के वोट मिले थे. वो करीब 18 हजार मतों से जीत हासिल की थीं. इस दौरान उनका चुनाव चिन्ह उड़ती हुई पतंग थी. शबनम इतनी मशहूर हुई कि उनके जीवन पर एक फिल्म बनाई गई. इस फिल्म में आशुतोष राणा ने मुख्य किरदार निभाया था.
पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी बनी. इनके बाद देश की पहली किन्नर मेयर कमला जान मध्यप्रदेश के ही कटनी शहर से महापौर निर्वाचित हुई थी. साल 2000 में ही किन्नर मीना बाई सिहोरा नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गई. हालांकि बाद में हाई कोर्ट ने साल 2003 में इनका निर्वाचन शून्य कर दिया था. इसके बाद छतीसगढ़ की पहली किन्नर मेयर बनने का रिकार्ड मधु किन्नर ने बनाया. अब मधु विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं.