रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीजेपी की विजय संकल्प रैली में पीएम मोदी ने भूपेश सरकार को ललकारा. मोदी ने शराब घोटाला, धान खरीदी और आदिवासियों के मुद्दों पर कांग्रेस पर प्रहार किया. बारिश के मौसम में कांग्रेस पर आरोपों की झड़ी लगा दी. अब छत्तीसगढ़ की सियासी फिजा में यह बात तैर रही है कि मोदी के भाषण में उठाए गए मुद्दे ही छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के चुनावी मुद्दे हैं.
भ्रष्टाचार बनेगा मुद्दा : पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस शासन में हुए भ्रष्टाचार, शराबबंदी के वादे और धान खरीदी को लेकर जनता का ध्यान खींचा. मोदी ने इसी बहाने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए एटीएम है. यहां का पैसा दूसरे राज्यों में खर्च करने का उन्होंने आरोप कांग्रेस पर लगाया. जिसे जानकारों ने छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए सबसे बड़ी बात बताया है. जिस तरह प्रदेश में शराब घोटाले, कोयला घोटाले में जांच चल रही है. वह आने वाले चुनाव में बड़ा मुद्दा होगा.
''मोदी ने ये बताने की कोशिश की है कि केंद्र भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ है.''- रामअवतार तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार
शराबबंदी बनेगा मुद्दा: मोदी ने शराबबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा. पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने गंगाजल लेकर झूठी कसम खाई. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था. अब पांच साल होने को है और सच्चाई यह है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अब तक शराबबंदी नहीं की है. पीएम ने कहा कि शराबबंदी की बात को ये भूल गए और शराब घोटाला कर दिया.
''कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था जिसे पूरा नहीं किया गया है. इतना ही नहीं भाजपा ने राज्य सरकार पर शराब घोटाले का भी आरोप लगाया है. जनता जानना चाहती कि आखिर यह घोटाले के कौन से आंकड़े हैं. यह कहां से आए और इसे आप कैसे साबित करेंगे.''-अनिल द्विवेदी,वरिष्ठ पत्रकार
धान का मुद्दा: छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है. छत्तीसगढ़ की सियासत भी धान यानी किसान के इर्द गिर्द ही चलती है. धान खरीदी पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच श्रेय लेने की होड़ है. मोदी ने कांग्रेस सरकार पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. मोदी ने यह तक कहा कि सिर्फ भाजपा ही छत्तीसगढ़ के किसानों की मेहनत को समझती है.
''पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस शासन में हुए भ्रष्टाचार,शराबबंदी के वादे और धान खरीदी को लेकर जनता का ध्यान खींचा है. धान की खरीदी और उसके मूल्य की भागीदारी में केंद्र का योगदान ज्यादा बताने की कोशिश पीएम मोदी ने की है"-रामअवतार तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार
आदिवासी वोट बैंक मुद्दा: मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जनजातीय समाज को वोट बैंक के लिए यूज किया. आदिवासी मंत्रालय, एकलव्य मॉडल स्कूल, आकांक्षी जिलों का उदाहरण देकर कांग्रेस पर हमला बोला.
इसके अलावा पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ में पीएम आवास योजना, आकांक्षी जिलों के विकास की बातें भी पीएम ने अपने भाषण में कही. पीएम ने यह भी जताने की कोशिश की कि आदिवासी समाज के लिए कौन सी पार्टी बेहतर है. कुल मिलाकर पीएम के भाषण के बाद जनता में भ्रम की स्थिति है कि धान खरीदी और आदिवासियों के विकास के लिए किस पार्टी ने काम किया है. जानकार ये भी बताते हैं कि बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर पीएम ने कुछ नहीं बोला.