जोधपुर. शिक्षक पात्रता परीक्षा रीट (REET 2020) के तहत शनिवार को लेवल प्रथम और द्वितीय लेवल के पहले चरण की परीक्षा पूरी हो गई. रीट परीक्षा में इस बार सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से सरकार की ओर से उठाए गए विशेष कदमों का असर धरातल पर दिखाई दिया. सभी केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रही. वहीं पुलिस ने जोधपुर, बीकानेर, सिरोही में कार्रवाई करते हुए डमी कैंडिडेट व नकल कराने वाले गिरोह के कुल 7 लोगों को पकड़ा है. वहीं करौली में वहीं पीजी कॉलेज के पास खड़े दो युवकों को पुलिस ने शक के आधार पर हिरासत में ले लिया.
जोधपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरकारी शिक्षक समेत तीन लोगों को पकड़ा है. पुलिस कमिश्नरेट के जिला पूर्व के बनाड थाना क्षेत्र स्थित विद्या पब्लिक स्कूल में परीक्षा देने आए जैतारण निवासी दिनेश गुर्जर को प्रवेश करते समय ही पकड़ लिया था. पुलिस ने उसे गेट पर प्रवेश के लिए दिखाए गए दस्तावेज के आधार पर ही पकड़ लिया. दिनेश जालौर जिले के रहने वाले विकास विश्नोई की जगह परीक्षा देने आया था. उससे पुलिस की पूछताछ जारी है. इसी तरह से उदयमंदिर थाना पुलिस ने उम्मेद कन्या स्कूल में ओसियां क्षेत्र निवासी रविताश विश्नोई के स्थान पर भोजासर क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी महेश कुमार विश्नोई को परीक्षा देते हुए पकड़ा गया. जोधपुर डीसीपी ईस्ट डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि दोनों के विरुद्ध मामले दर्ज कर लिए गए हैं. इस धाराओं में जिन लोगों की जगह ये परीक्षा देने आए थे उनको भी शामिल किया गया है. परीक्षा देने के एवज में कितनी राशि ली गई है इसको लेकर पूछताछ की जा रही है.
जोधपुर में पहली पारी में शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित आईटीआई कॉलेज से पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी (Dummy Candidate in REET 2022) को पकड़ा है. डमी कैंडिडेट खुद पेशे से सरकारी शिक्षक है. डीसीपी गौरव यादव ने बताया कि हिरासत में लिए गए संदिग्ध आरोपी से पूछताछ की जा रही है. आरोपी बाड़मेर निवासी प्रेम प्रकाश की जगह परीक्षा केंद्र पहुंचा था. अभ्यर्थी की शक्ल प्रवेश पत्र पर लगी फोटो से मेल नहीं खाने पर वीक्षक को शंका हुई जिसकी जांच की गई. जांच में आरोपी ने कबूल लिया कि वह बाड़मेर के कोजा गांव निवासी झुंजाराम विश्नोई है. उसने बताया कि वो बाड़मेर जिले में पदस्थ सरकारी शिक्षक है और प्रेम प्रकाश की जगह परीक्षा देने आया था.
फोटो एडिट कर बनाए दस्तावेज: प्रवेश पत्र पर प्रेम प्रकाश का जो फोटो लगा है उसी से मिलता-जुलता ही फोटो (Fraud in REET 2022) एडिट कर झुंजा राम ने चिपकाया. जिसपर परीक्षा वीक्षक को उसकी फोटो पर संदेह हुआ. देखने पर फोटो एडिट किया हुआ नजर आ रहा है. इसी तरह आधार कार्ड को भी एडिट कर फोटो कॉपी किए जाने का पुलिस को शक था.
तीन लाख रुपए में हुआ था सौदा: पूछताछ में सरकारी शिक्षक ने बताया कि परीक्षा देने के बदले उसने 3 लाख रुपये लिए थे. आरोपी ने बताया कि उसने एडवांस तीन लाख परीक्षा का फॉर्म भरा था. फॉर्म में उसने प्रेम प्रकाश की जगह खुद की फोटो लगाई थी, क्योंकि उसका चेहरा प्रेम प्रकाश का चेहरे से थोड़ा मिलता था और दोनों ने दाढ़ी बढ़ा रखी थी. लेकिन आधार कार्ड में कोई बदलाव नहीं किया. क्योंकि आधार कार्ड की ब्लैक एंड व्हाइट कॉपी में चेहरा साफ नजर नहीं था. इससे विक्षक को भी शक हुआ लेकिन उससे पहले पुलिस पहुंच गई और झुंजा राम को पकड़ लिया.
बीकानेर में नकल करवाने वाले दो गिरफ्तार: बीकानेर में परीक्षा में नकल करवाने का प्रयास करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से ब्लूटूथ डिवाइस और अवांछित सामग्री मिली है, जिसका इस्तेमाल वह परीक्षा के दौरान नकल करवाने के लिए करने वाले थे. आरोपी दिनेश कुमावत बीकानेर के बज्जू थाना क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है, वहीं दूसरा आरोपी भी बीकानेर का ही रहने वाला है. दोनों को लेकर पुलिस जानकारी जुटा रही है.
करौली रीट परीक्षा में दो संदिग्ध पकड़े गएः करौली जिला मुख्यालय पर रीट पात्रता परीक्षा शनिवार को जिला प्रशासन की सख्ती के बीच प्रथम फेज संपन्न हुआ. वहीं पीजी कॉलेज के पास खड़े दो युवकों को पुलिस ने शक के आधार पर हिरासत में ले लिया. परीक्षार्थियों के कपड़ों के बटन से लेकर घाव पर बंधी पट्टी तक हटवा दी गई
सिरोही में एक डमी अभ्यर्थी के साथ दो गिरफ्तारः सिरोही जिले में रीट परीक्षा में एक डमी अभ्यर्थी समेत दो गिरफ्तार किए गए. परीक्षा के दौरान हायर सेकेंडरी स्कूल न्यू बिल्डिंग में बनाए गए सेंटर पर एक फर्जी परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश करते ही पकड़ा गया. फर्जी परीक्षार्थी प्रवेश पत्र के साथ जो आधार कार्ड लेकर आया था, उसमें लगी फ़ोटो और परीक्षा देने आए युवक का चेहरा मेल नहीं खा रहा था जिसपर उसे गेट पर रोका गया. डरे फर्जी अभ्यर्थी ने पुलिसकर्मियों से कहा कि आधार कार्ड अलग लग रहा हो तो वह पैन कार्ड दिखा देता है जिसे लेने वह गाड़ी की ओर गया और चकमा देकर गायब हो गया. इस दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों को फर्जी अभ्यर्थी की भनक लगी तो उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया. इसपर टीम ने शहर में तलाश कर उसे हिरासत में लिया. पूछताछ में असली अभ्यर्थी को भी पुलिस ने तलाश कर हिरासत में ले लिया.
प्रश्नपत्र न ले जाने देने पर जताई नाराजगीः रीट परीक्षा के दौरान एग्जामिनेशन पेपर को साथ नहीं ले जाने के निर्देश पर अभ्यर्थियों ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ये पहल सही नहीं है. यदि अभ्यर्थी के पास पेपर ही नहीं होगा, तो वो उत्तर एनालाइज कैसे कर पाएगा. अब उसे जब तक आंसर की नहीं आ जाती, तब तक इंतजार करना होगा. इस दौरान अभ्यर्थियों ने राजधानी में आई बारिश से बचाव के कोई इंतजाम नहीं किए जाने को लेकर भी सवाल खड़े किए.
स्कार्फ-दुपट्टा, मौली धागा तक उतरवाया, आस्तीन भी काटकर आधी कीः बारिश की वजह से अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं परीक्षा केंद्र पर एडमिट कार्ड में दिए गए निर्देशों के तहत महिलाओं के स्कार्फ, दुपट्टे को भी परीक्षा केंद्र के बाहर ही रखवाया गया. जिन अभ्यर्थियों ने पूरी बाहों के कपड़े पहन रखे थे उन्हें काट कर आधी बाहों का किया गया. इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मोबाइल, केलकुलेटर, ब्लूटूथ, घड़ी और किसी भी तरह के आभूषण, मौली धागा, पर्स, हैंड बैग, डायरी आदि को भी पूरी तरह निषेध किया गया.
स्वंय का जिला मिलने से अभ्यर्थियों को राहतः बोर्ड की ओर से अभ्यर्थियो को उनका जिला आवंटित किया गया. इससे अभ्यर्थियों पर आर्थिक भार नही पड़ा. हालांकि अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने रोडवेज बस अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क कर दिया. इससे अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है. वहीं स्वयं का जिला मिलने से ज्यादतर अभ्यर्थी अपने साधनों से परीक्षा केंद्र पहुंचे.