देहरादून : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया. बढ़ते कोविड के मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. सिर्फ मंदिर में पुजारी कपाट खुलने समय पूजा करेंगे. इस बात की जानकारी खुद सीएम तीरथ सिंह रावत ने दी.
गौर हो कि केदारनाथ के कपाट 17 मई और बदरीनाथ के कपाट 18 मई को खोले जाएंगे. साथ ही यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई और गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई को खोले जाएंगे. सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारधाम के कपाट तय तिथियों पर खुलेंगे, लेकिन फिलहाल यात्रा स्थगित रहेगी. सीएम के मुताबिक कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
देश में बृहस्पतिवार को एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 3,79,257 मामले दर्ज किए गए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले 1,83,76,524 हो गए है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक उपाचाराधीन मरीजों की संख्या 30 लाख के पार पहुंच गई है.
सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 3,645 लोगों की मौत होने के बाद इस घातक बीमारी के मृतकों की संख्या 2,04,832 हो गई है.
देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी. वहीं कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी.
कोविड-19 मामलों में वृद्धि ने कुंभ के आखिरी शाही स्नान के उल्लास को किया फीका
बता दें कि कोविड-19 मामलों में हो रही बेतहाशा वृद्धि ने मंगलवार को चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार महाकुंभ के आखिरी शाही स्नान के उल्लास को फीका कर दिया था. जहां विभिन्न अखाड़ों के करीब 670 साधु-संतों ने हर की पौड़ी पर गंगा में डुबकी लगाई थी.
कोरोना वायरस संक्रमण के खौफ के चलते आखिरी शाही स्नान को प्रतीकात्मक रखा गया जो घाट पर एक दूसरे से दूरी बनाकर खडे साधुओं को देखकर साफ नजर आ रहा था. हर की पौड़ी का मुख्य स्नान घाट शाही स्नान के कारण केवल अखाड़े के साधुओं के लिए आरक्षित था.