बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का महत्वाकांक्षी चंद्रयान-3 प्रक्षेपण सफल रहा है. चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग को लाइव देखने के लिए बेंगलुरु के जवाहरलाल नेहरू तारामंडल में भी व्यवस्था की गई थी. सैकड़ों लोग, स्कूल और कॉलेज के छात्र भारत की गौरवशाली चंद्रयान-3 यात्रा की शुरुआत के गवाह बने.
अंतरिक्ष वैज्ञानिक गुरुप्रसाद ने दर्शकों को अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां, चंद्रयान 2 की विफलता, लैंडर और रोवर का महत्व और चंद्रयान-3 के विभिन्न चरणों के बारे में बताया.
वैज्ञानिक गुरुप्रसाद ने कहा, 'आज हमने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 का बेहद सफल प्रक्षेपण देखा. आज अंतरिक्ष यान एक निश्चित कक्षा में पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है. यह पूरे देश के लिए खुशी की बात है. भारत की इस उपलब्धि को पूरी दुनिया ने माना.'
वैज्ञानिक गुरुप्रसाद ने कहा, 'आइये हम सब इसरो को बधाई दें. लाखों लोगों और विद्यार्थियों की यही इच्छा थी. सोमनाथ के नेतृत्व में इसरो ने बहुत सफलतापूर्वक काम किया है. यह एलवीएम का छठा रॉकेट प्रक्षेपण है. यह निर्दिष्ट कक्षा में प्रवेश कर गया. रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है. वहीं. चंद्रयान 3 का पहला चरण बहुत ही सफाई से पूरा कर लिया गया है. मैं चाहता हूं कि वैज्ञानिक इसका उद्देश्य पूरा करें.'
अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रमोद ने भी सफल लॉन्चिंग पर खुशी जताई. छात्रा शाइस्ता ने कहा, 'वैज्ञानिकों को धन्यवाद देना चाहिए. मुझे ये कहते हुए बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि भारत ने इतनी प्रगति कर ली है. आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत पूरे विश्व में चौथा ऐसा देश है. हर भारतीय को वैज्ञानिकों का शुक्रिया अदा करना चाहिए.'
छात्रा सिरिशा ने कहा कि 'जवाहरलाल नेहरू तारामंडल में चंद्रयान की लॉन्चिंग का लाइव हुआ. हम आज यहां आकर बहुत खुश हैं. गुरुप्रसाद सर ने यहां हमें लॉन्च के बारे में सारी जानकारी दी. हम फिजिक्स के छात्र हैं इसलिए हमने ये सब सीखा.'