चंडीगढ़: चंडीगढ़ में आए दिन खुदकुशी के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, मंगलवार सुबह डीसी ऑफिस की कॉलोनी ब्रांच में उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब ब्रांच में तैनात जूनियर असिस्टेंट दिनेश ने सेक्टर-16 के जोनल हॉस्पिटल में खुदकुशी कर ली. इससे पहले प्रोटोकॉल विभाग में तैनात क्लर्क हरीश ने भी कुछ महीने पहले अपने घर में आत्महत्या कर ली थी.
जानकारी के अनुसार, अधिकारियों की ओर से कम कर्मचारियों के साथ स्टेट ऑफिस का कार्यभार संभाला जा रहा है. वहीं, आत्महत्या की खबर सुनते ही अन्य स्टेट ऑफिस के कर्मचारियों ने कलम छोड़ धरना-प्रदर्शन किया. वहीं, इस मौके डीसी ऑफिस के अधिकारियों के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के नेता प्रदीप सिंह छाबड़ा, बीजेपी नेता संजय टंडन मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों का हालचाल जाना.
इस दौरान कर्मचारियों ने डीसी को बताया कि कैसे उन पर काम का बोझ लगातार डाला जा रहा है. कर्मचारियों ने कहा कि सुबह 7:00 बजे से लेकर रात के 9:00 बजे तक उन्हें फाइलों में ही उलझा कर रखा जाता है, जिससे उनकी निजी जिंदगी कहीं ना कहीं खत्म होती जा रही है. जानकारी के मुताबिक दिनेश पहले डीसी के पर्सनल स्टाफ में शामिल था. बाद में उसे कॉलोनी ब्रांच में तैनात कर दिया गया. बताय जा रहा है कि लगातार फाइलों के बढ़ते बोझ के चलते वह काफी परेशान था. दिनेश अपने अन्य साथी कर्मचारियों को भी खुदकुशी करने के बारे में बोलता था.
वहीं, मंगलवार सुबह सेक्टर-16 से सरकारी अस्पताल में साइकेट्रिस्ट को दिखाने के लिए पहुंचे दिनेश ने अस्पताल में ही खुदकुशी कर ली. बता दें कि दिनेश की उम्र महज 28 साल थी. वह अपने परिवार के साथ सेक्टर-15 में रह रहा था. मौत की खबर मिलते ही परिवार के सदस्यों को को डीसी ऑफिस में बुलाया गया. कर्मचारियों की तरफ से हड़ताल करने के बाद डीसी ने कर्मचारियों को मीटिंग करने के लिए बुलाया.
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