पटना: साइबर फ्रॉड की तलाश में चंडीगढ़ एसआईटी का पटना में छापा (Chandigarh SIT raided in Patna) पड़ा है. मिल रही जानकारी के अनुसार 10 सदस्यीय टीम 13 साइबर फ्रॉड का नंबर, मोबाइल नंबर, पता और बैंक खाता का डिटेल लेकर उनकी तलाश कर रही है. सूत्रों के अनुसार सभी साइबर फ्रॉड बिहार और झारखंड के बताए जा रहे हैं. यह गिरोह बड़ा है. इस गिरोह ने चंडीगढ़ के एक दर्जन से अधिक लोगों के साथ 75 लाख से अधिक की ठगी की है. चंडीगढ़ एसआईटी ने दीघा, कदमकुआं, शास्त्रीनगर के इलाके में छापेमारी की है.
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चंडीगढ़ एसआईटी का पटना में छापा: पुलिस ने दीघा से जिस शख्स को गिरफ्तार किया है, वह चंडीगढ़ के जगदीश प्रसाद यादव से 4.80 लाख की ठगी में आरोपी है. सूत्रों ने बताया कि दीघा में छापेमारी कर टीम ने एक युवक को गिरफ्तार भी कर लिया और उससे गुप्त स्थान पर पूछताछ की जा रही है. जिन 13 साइबर शातिरों को पुलिस तलाश रही है. ये शातिर पटना के अलावा सिलाव, सरमेरा, डिहरी, रांची, दुमका और जामताड़ा के रहने वाले हैं.
जांच में यह बात आई कि ये फ्रॉड चंडीगढ़ के लोगों इंटरनेट कॉल करते थे. उन्हें पुलिस, बिजली, लॉटरी आदि के नाम पर ठग रहे थे. जांच में एक दर्जन से अधिक ऐसे खातों की जानकारी चंडीगढ़ पुलिस को मिली है, जो बिहार और झारखंड के हैं. पटना के विभिन्न इलाके के छह बैंक खातों की भी जानकारी पटना पुलिस से साझा की गई है. पुलिस इन खातों के नाम और पते का सत्यापन कर रही है.
मिल रही जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ के व्यवसायी जगदीश प्रसाद यादव से 4.80 लाख की ठगी हुई है. दीघा के रवि कुमार के खाता में 2.40 लाख और सीवान के अंबू कुमार के खाते में 2.40 लाख रुपया ट्रांसफर हुए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि जगदीश प्रसाद का बेटा बीरेंद्र यादव कनाडा में रहता है. बीरेंद्र और उसका दोस्त चीमा वहीं की एक कंपनी में काम करते हैं. छह जुलाई को जगदीश काे शातिरों ने फोन किया था.