उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि घटनास्थल से अब तक कुल 62 शव मिले हैं. इनमें से 34 की पहचान कर ली गई है और 28 की पहचान की जानी बाकी है, जबकि 142 ले अधिक लोग लापता हैं
उत्तराखंड त्रासदी: अबतक 62 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
14:57 February 20
14:57 February 20
07:17 February 20
जोशीमठ जलप्रलय बीते आज 14वां दिन है.
चमोली के जोशीमठ जलप्रलय बीते आज 14वां दिन है. इस प्राकृतिक आपदा में अभी तक 62 शव बरामद हो चुके हैं. तपोवन टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस राहत बचाव कार्य में आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हैं. अभी तक 62 शवों और 28 मानव अंग अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए है. जिसमें से 33 शवों और 1 मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है.
06:33 February 20
उत्तराखंड बाढ़ में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
देहरादून : उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से एक और शव मिला है, जिससे ग्लेशियर टूटने की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. वहीं एनटीपीसी की तपोवन-विशनुगढ़ जलविद्युत परियोजना स्थल पर 13वें दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा.
चमोली जिले की पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि एक शव जोशीमठ और पीपलकोटी के बीच हेलंग में अलकनंदा के तट से देर रात मिला. पुलिस ने बताया कि शव टीएचडीसी के एक कॉफर बैराज में मिला. पुलिस ने कहा कि इसके साथ ही 7 फरवरी की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि 142 लोग अभी भी लापता हैं. तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना के इनटेक टनल से अब तक 13 शव मिल चुके हैं जहां आपदा के बाद से अब तक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है.
पुलिस ने बताया कि इसके अलावा, प्रभावित क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से 28 मानव अंग भी मिले हैं, जिनमें से एक की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने कहा कि अब तक मिले 62 में से 33 शवों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने बताया कि अज्ञात शवों के डीएनए को संरक्षित किया जा रहा है.आईटीबीपी प्रमुख ने बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए उतराखंड में तपोवन सुरंग, रैणी गांव का दौरा कियाआईटीबीपी के प्रमुख एस. एस. देसवाल ने शुक्रवार को तपोवन सुरंग और रैणी गांव का दौरा किया. उत्तराखंड के चमोली जिले में अचानक आई बाढ़ का सर्वाधिक असर इन्हीं स्थानों पर था, जहां अभी तक 62 लोगों की मौत हो गई और 140 से अधिक लोग अब भी लापता हैं.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक प्रवक्ता ने कहा, महानिदेशक ने तपोवन सुरंग में तलाशी एवं बचाव अभियानों का जायजा लिया। उन्होंने अन्य छोटे सुरंग का भी दौरा किया, जहां से सात फरवरी को 12 लोगों को बचाया गया था.ऋषिगंगा पर ग्लेशियर टूटने से हिमस्खलन हुआ था, जिससे नदी के किनारे 13.2 मेगावाट की एक जलविद्युत परियोजना ध्वस्त हो गई थी जबकि धौलीगंगा के साथ लगती एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना को व्यापक नुकसान पहुंचा था.
14:57 February 20
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उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि घटनास्थल से अब तक कुल 62 शव मिले हैं. इनमें से 34 की पहचान कर ली गई है और 28 की पहचान की जानी बाकी है, जबकि 142 ले अधिक लोग लापता हैं
07:17 February 20
जोशीमठ जलप्रलय बीते आज 14वां दिन है.
चमोली के जोशीमठ जलप्रलय बीते आज 14वां दिन है. इस प्राकृतिक आपदा में अभी तक 62 शव बरामद हो चुके हैं. तपोवन टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस राहत बचाव कार्य में आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हैं. अभी तक 62 शवों और 28 मानव अंग अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए है. जिसमें से 33 शवों और 1 मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है.
06:33 February 20
उत्तराखंड बाढ़ में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
देहरादून : उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से एक और शव मिला है, जिससे ग्लेशियर टूटने की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. वहीं एनटीपीसी की तपोवन-विशनुगढ़ जलविद्युत परियोजना स्थल पर 13वें दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा.
चमोली जिले की पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि एक शव जोशीमठ और पीपलकोटी के बीच हेलंग में अलकनंदा के तट से देर रात मिला. पुलिस ने बताया कि शव टीएचडीसी के एक कॉफर बैराज में मिला. पुलिस ने कहा कि इसके साथ ही 7 फरवरी की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि 142 लोग अभी भी लापता हैं. तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना के इनटेक टनल से अब तक 13 शव मिल चुके हैं जहां आपदा के बाद से अब तक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है.
पुलिस ने बताया कि इसके अलावा, प्रभावित क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से 28 मानव अंग भी मिले हैं, जिनमें से एक की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने कहा कि अब तक मिले 62 में से 33 शवों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने बताया कि अज्ञात शवों के डीएनए को संरक्षित किया जा रहा है.आईटीबीपी प्रमुख ने बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए उतराखंड में तपोवन सुरंग, रैणी गांव का दौरा कियाआईटीबीपी के प्रमुख एस. एस. देसवाल ने शुक्रवार को तपोवन सुरंग और रैणी गांव का दौरा किया. उत्तराखंड के चमोली जिले में अचानक आई बाढ़ का सर्वाधिक असर इन्हीं स्थानों पर था, जहां अभी तक 62 लोगों की मौत हो गई और 140 से अधिक लोग अब भी लापता हैं.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक प्रवक्ता ने कहा, महानिदेशक ने तपोवन सुरंग में तलाशी एवं बचाव अभियानों का जायजा लिया। उन्होंने अन्य छोटे सुरंग का भी दौरा किया, जहां से सात फरवरी को 12 लोगों को बचाया गया था.ऋषिगंगा पर ग्लेशियर टूटने से हिमस्खलन हुआ था, जिससे नदी के किनारे 13.2 मेगावाट की एक जलविद्युत परियोजना ध्वस्त हो गई थी जबकि धौलीगंगा के साथ लगती एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना को व्यापक नुकसान पहुंचा था.