चाईबासा : झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडूंगी थाना क्षेत्र के युवक को ट्वीट करना तब महंगा पड़ा, जब उसने अपने पोस्ट में चाईबासा पुलिस (Chaibasa Police) को टैग कर न्याय की गुहार लगाई. युवक का आरोप है कि कुमारडूंगी थाना प्रभारी और एएसआई ने न सिर्फ उसे फोन पर धमकाया बल्कि रात को ही थाने में हाजिर होने को कहा. जब युवक थाने नहीं गया, तब पुलिस ही उसके घर पहुंच गई और उसकी पिटाई करने लगी.
युवक रमेश बेहरा का कहना है कि ट्विटर (Twitter) पर टैग कर शिकायत करने के बाद मामले में कुमारडुंगी थाना पुलिस ने अपनी ताकत दिखाते हुए उसे पहले तो फोन कर धमकाया. उसके बाद फिर उसे रात को थाने बुलाया गया. थाना न जाने पर एक अपराधी की तरह उसके घर छापामारी की गई और उसके साथ अपराधियों के जैसा व्यवहार कर पीटते हुए थाने ले जाया गया. थाने में पहुंचकर थाना प्रभारी अंकिता सिंह और एएसआई प्रकाश कुमार ने उसकी डंडे से पिटाई भी की.
पुलिस प्रशासन की इस हरकत से नाराज रमेश ने न्याय की गुहार लगाते हुए मंगलवार को पुलिस अधिक्षक, पश्चिम सिंहभूम का दरवाजा खटखटाया. इसके साथ ही न्याय की गुहार लगाते पुलिस महानिदेशक रांची, डीआईजी कोल्हान प्रमंडल और मुख्यमंत्री को आवेदन लिखा.
किस मामले में किया था ट्वीट
कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के लखिमपोसी गांव निवासी रमेश बेहरा ने चाईबासा पुलिस के ट्विटर हैडल पर 20 नवंबर को एक ट्वीट किया था. रमेश ने बताया कि झींकपानी सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम में पढ़ाई करने के लिए प्लस टू उच्च विद्यालय कुमारडुंगी के छात्र होलिन बेहरा को लैपटाॅप दिया गया था. होलिन लखिमपोसी गांव का निवासी है. पुरस्कृत किया गया लैपटाॅप को प्लस टू उच्च विद्यालय कुमारडुंगी के शिक्षक अनमोल रतन रुंडा ने रख लिया था. उसी को वापस दिलाने की मांग करते हुए रमेश ने ट्वीट किया था जिसमें चाईबासा पुलिस को टैग किया गया था.
आईआईसी और एएसआई ने की पिटाई
रमेश का कहना है कि जब उसने बोला कि उसने कोई अपराध नहीं किया सिर्फ पुलिस से मदद मांगी है तो थाना प्रभारी ने कहा कि सोशल मीडिया तुम्हारे घर की दीवार नहीं है जो कुछ भी लिख दोगे. रमेश का आरोप है कि बात करने के कुछ देर बाद ही थाना बल एएसआई प्रकाश कुमार उसके पहुंचे और दरवाजा खोलते ही पत्नी और बच्चों के सामने पीटना शुरू कर दिया. वहां से पीटते हुऐ थाने ले गए और फिर थाने में थाना प्रभारी अंकिता सिंह और एएसआई प्रकाश कुमार ने डंडे से पिटाई की.