रायपुर: पहले दो चरणों में चुनाव हुआ, फिर एग्जिट पोल का सर्वे आया. अब बारी है ठोस नतीजों की. सारे कयासों पर रविवार को विराम लग जाएगा. क्योंकि, संडे को वोटों की गिनती होगी, चुनाव परिणाम का ऐलान निर्वाचन आयोग करेगा. उसके बाद पता चलेगा कि जनता जनार्दन ने किसे जनादेश दिया.
कड़ी सुरक्षा के बीच होगी मतों की गिनती: 3 दिसंबर को काउंटिंग है. छत्तीसगढ़ में मुकम्मल तैयारी कर ली गई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले काउंटिंग से पहले मीडिया से मुखातिब हुई. काउंटिंग और सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दीं. प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों की मतगणना की जाएगी. मतगणना का काम सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगा. मतगणना स्थल पर तीन लेयर में सुरक्षा व्यवस्था होगी. पहले लेयर में जिला पुलिस, दूसरे लेयर में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, तीसरे लेयर में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात होंगे.
वोटों की गिनती की प्रक्रिया क्या: सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी. सबसे पहले डाक मत पत्र यानी पोस्टल बैलेट की गणना की जाएगी. उसके बाद EVM वोटों की गिनती होगी. काउंटिंग के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं. 90 विधानसभा की मतगणना के लिए 90 रिटर्निंग अधिकारी, 416 सहायक रिटर्निंग अधिकारी, 4596 गणनाकर्मी और 1698 माइक्रो आब्जर्वर की नियुक्ति की गई है. इसके साथ ही भारत निर्वाचन आयोग ने 90 विधानसभा सीटों के लिए 90 आब्जर्वर नियुक्त किए हैं.
6 विधानसभा में 21 काउंटिंग टेबल: वैसे तो मतगणना के लिए सभी केंद्रों पर 14 टेबल लगाए गए हैं. लेकिन मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि, 6 विधानसभा क्षेत्र जिसमें पंडरिया, कवर्धा, सारंगढ़, बिलाईगढ़, कसडोल और भरतपुर -सोनहत विधानसभा क्षेत्र में काउंटिंग के लिए 21 टेबल की व्यवस्था की गई है.
मतगणना परिसर में क्या-क्या बैन: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि, मतगणना स्थल पर अभ्यर्थी, गणना एजेंट, रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के साथ ही गणना में लगे कर्मचारियों के लिए मतगणना कक्ष में 2 से 3 प्रवेश द्वार होंगे. मतगणना स्थल पर मीडिया सेंटर और कम्युनिकेशन सेंटर में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति होगी. लेकिन मतगणना कक्ष या मतगणना हॉल में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित रहेगा.
गाइड लाइन का पालन जरूरी: काउंटिंग परिसर और काउंटिंग हॉल में मौजूद लोगों के लिए सख्त गाइडलाइन है.मतगणना कक्ष में किसी भी सुरक्षाकर्मी को रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति के बिना अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. किसी भी गणना एजेंट को हॉल में एक टेबल से दूसरे टेबल पर जाने की अनुमति नहीं है. मतगणना एवं सारणीकरण की सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी होगी. मतगणना हाल में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, गुटका, सिगरेट के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. मतदान की गोपनीयता बनाए रखने संबंधी लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 128 के तहत रिटर्निंग अधिकारी द्वारा पढ़कर सुनाया जाएगा.केंद्र और राज के मंत्री, राज्य मंत्री और उप मंत्री, नगर निगम के मेयर, नगर पंचायत, नगर पालिका के अध्यक्ष, जिला और जनपद पंचायत के अध्यक्ष या अन्य सुरक्षा प्राप्त कर्मियों को गणना एजेंट के रूप में नियुक्त नहीं किया जा सकेगा.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023
- कुल 90 सीटें
- कुल उम्मीदवार 1181
- हाई प्रोफाइल सीटें: 20
- 51 सामान्य सीटें
- 10 एससी सीटें
- 29 एसटी सीटें
मैदान में कितने प्रत्याशी: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कुल 1181 प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें प्रमुख उम्मीदवार खुद सीएम भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सीएम रमन सिंह शामिल हैं. पाटन सीट का प्रतिनिधित्व बघेल करते हैं, वहां त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री के दूर के भतीजे और लोकसभा सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम दिवंगत अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी भी पाटन से मैदान में हैं
टफ फाइट वाले सीट: अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा ने डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के खिलाफ एक नया चेहरा राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है. अग्रवाल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. अन्य प्रमुख लोगों में ताम्रध्वज साहू दुर्ग ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र, रवींद्र चौबे साजा और कवासी लखमा कोंटा, विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत सक्ती और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज चित्रकोट सहित नौ मंत्री शामिल हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव लोरमी निर्वाचन क्षेत्र, विपक्षी नेता नारायण चंदेल जांजगीर-चांपा, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह भरतपुर-सोनहत, सांसद गोमती साई पत्थलगांव, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण, अजय चंद्राकर कुरूद और पुन्नूलाल मोहिले मुंगेली, दो पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी रायगढ़ और नीलकंठ टेकाम केशकाल भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
अन्य पार्टी भी मैदान में: अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने 53 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिसमें भानुप्रतापपुर सीट से आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी भी शामिल हैं. मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन बनाया है. वैसे तो मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है, वहीं बिलासपुर संभाग की कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां पूर्व सीएम अजीत जोगी की पार्टी और बसपा का प्रभाव है. आम आदमी पार्टी भी इस संभाग में पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है.
कौन सी सीट, किस श्रेणी में: राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 51 सामान्य श्रेणी में आती हैं, 10 अनुसूचित जाति के लिए और 29 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 2018 के चुनावों में, कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत हासिल की, और भाजपा को पीछे छोड़ दिया, जो 2003 से शासन कर रही थी, 15 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही
कोरिया में तैयारी पूरी: कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार लंगेह ने मतगणना की तैयारी पूरी होने की जानकारी दी. मतगणना स्थल शासकीय आदर्श रामानुज हायर सेकेंडरी स्कूल को बनाया गया है. ईवीएम स्ट्रांग रूम को सुबह 6 बजे खोला जाएगा. माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर किसी भी तरह के डीजे चलाने की अनुमति नहीं होगी. पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने बताया कि, सुरक्षा और सुचारू यातायात के लिए तीन पार्किंग स्थल बनाया गया है. मतगणना स्थल के नजदीक स्कूल के पास, दुर्गा पंडाल, गंगाश्री होटल और खूटनपारा में दोपहिया, चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल बनाया गया है
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में तैयारी पूरी: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की दो विधानसभाओं के मतों की मतगणना होगी. जिसमें विधानसभा क्रमांक-1 भरतपुर सोनहत और विधानसभा क्रमांक-2 मनेन्द्रगढ़ शामिल है. कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र कुमार दुग्गा ने मतगणना की तैयारियों का जायजा लेकर उस पर संतोष जताया.मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में पहली बार मतगणना का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य भंडारण निगम गोदाम चौनपुर में होगा.
अतीत के नतीजों पर एक नजर: काउंटिंग की तैयारी तो पुख्ता है. 2023 के नतीजों से पहले ये जानना जरूरी है कि, साल 2018 के चुनाव का क्या परिणाम था, साल 2013 में किस पार्टी को क्या मिला, और साल 2008 में जनता मालिक ने क्या जनादेश दिया था.
2018 विधानसभा चुनाव के नतीजे: कांग्रेस पार्टी को 90 में से 68 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई. जेसीसीजे को महज 5 सीटों से संतोष करना पड़ा. बहुजन समाज पार्टी को 2 और एनसीपी को शून्य यानी खाता भी नहीं खुला. प्रदेश में साल 2018 में सत्ता परिवर्तन हुआ. बीजेपी को सत्ता से कांग्रेस ने बेदखल कर दिया. साल 2018 में अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को 43 प्रतिशत, बीजेपी को 33 प्रतिशत, जेसीसीजे को 19.9 प्रतिशत, बीएसपी को 3.9 प्रतिशत और एनसीपी को 0.2 प्रतिशत मत मिले.
साल 2013 में विधानसभा का परिणाम: 90 विधानसभा सीट में से साल 2013 में बीजेपी को 49 सीट, कांग्रेस को 39 सीट, बीएसपी को एक और अन्य को 1 सीट मिले. इस साल एनसीपी का राज्य में खाता नहीं खुला. इस साल वोट प्रतिशत की अगर बात करें तो बीजेपी को 41 प्रतिशत, कांग्रेस को 40.3 प्रतिशत,बीएसपी को 4.3 प्रतिशत, अन्य को 14.1 प्रतिशत और एनसीपी को 0.3 प्रतिशत मत मिले.
साल 2008 में विधानसभा चुनाव का नतीजा: साल 2008 में चुनाव परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहा. बीजेपी को 50, कांग्रेस को 38, बीएसपी को 2 सीट मिले. इस चुनाव में अन्य और एनसीपी के प्रत्याशियों को जनता ने नकार दिया. 2008 में वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को 40.3, कांग्रेस को 38.6, बीएसपी को 6.1, एनसीपी को 0.5 और अन्य को 14.4 प्रतिशत मत मिले.