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बर्ड फ्लू से हाहाकार : एमपी में भी मिले वायरस, केरल-हरियाणा में केंद्रीय टीमें तैनात

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Published : Jan 7, 2021, 9:12 AM IST

Updated : Jan 7, 2021, 6:50 PM IST

कोरोना महामारी के संकट के बीच कई राज्यों में अब बर्ड फ्लू ने भी पैर पसार लिया है. इससे प्रभावित राज्यों में सरकार फ्लू से बचाव के प्रयास कर रही है. कई राज्यों में बहु-विषयक टीमों की तैनाती की गई हैं.

bird flu
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नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बर्ड फ्लू से प्रभावित केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिले तथा हरियाणा के पंचकुला जिले में बहु-विषयक टीमों की तैनाती की है. एक बयान में कहा गया कि पशुपालन विभाग ने सोमवार को केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू (एच5एन8) के संक्रमण की पुष्टि की थी. इसी तरह, पंचकूला जिले से कुक्कुटों के नमूनों में भी संक्रमण की रिपोर्ट मिली थी.

मध्य प्रदेश में मिले फ्लू के संकेत

इंदौर और नीमच में मुर्गी से जुड़े नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. ये सैंपल चिकन की दुकानों से लिये गये थे. भोपाल की हाई सिक्योरिटी एनिमल लैब में हुई जाँच में इंदौर और नीमच से मिले सैंपल में वायरस बताया गया है.

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों की दो बहु-विषयक टीमों की प्रभावित जिलों में चार जनवरी से तैनाती की गयी है. यह टीम बर्ड फ्लू संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की रणनीति को लागू करने में राज्यों के स्वास्थ्य विभागों की मदद करेगी.

केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने कहा कि केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 12 स्थानों पर बर्ड फ्लू फैलने की रिपोर्ट मिली है और कुक्कुटों, कौओं और प्रवासी पक्षियों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए परामर्श जारी किए गए हैं.

बर्ड फ्लू के नए मामले इसलिए भी चिंताजनक हैं क्योंकि अभी कुछ महीने पहले 30 सितंबर 2020 को भारत ने खुद को इस बीमारी से मुक्त घोषित किया था. भारत में बर्ड फ्लू का पहला मामला 2006 में सामने आया था.

केरल
केरल के पशुपालन मंत्री के. राजू ने कहा कि अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बत्तखों एवं मुर्गे-मुर्गियों समेत 69,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया है.

हिमाचल
बर्ड फ्लू की दहशत के बीच हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीब 500 मुर्गियां मृत पाई गई हैं. हालांकि, यह पता नही चल पाया है कि किसने इन मृत मुर्गियों को फेंका है.

हिमाचल प्रदेश ने कांगड़ा जिले में नमभूमि के आसपास के क्षेत्रों में 28 दिसंबर के बाद करीब 3,000 प्रवासी पक्षियों की मौत के मद्देनजर मुर्गियों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं. इस बीच, सोलन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीब 500 मुर्गियां मृत पाई गई हैं. हालांकि, यह पता नही चल पाया है कि किसने इन मृत मुर्गियों को फेंका है. अधिकारियों ने बताया कि मृत मुर्गियों के नमूने एकत्र किए गए हैं.

राजस्थान
राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में बुधवार को पक्षियों के संक्रमण के ताजा मामले सामने आने के बाद राज्य के पांच जिलो में बर्ड फ्लू फैल गया है. पशुपालन विभाग के अनुसार, बुधवार को राज्य में 410 और पक्षियों की मौत होने से राज्य में अब तक पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 1458 पहुंच गया है. जोधपुर जिले के सेतरावा और फलोदी इलाकों में बुधवार को लगभग 50 और कौए मृत मिले.

हरियाणा
हरियाणा के पंचकुला में मुर्गी पालन केंद्रों में इन पक्षियों की अस्वाभाविक मौत के मामलों के सामने आए हैं. हमने राज्य सरकार को सतर्क रहने और नमूनों को जांच के लिए भेजने को कहा है.

महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के ठाणे शहर स्थित हाउसिंग कॉप्लेक्स में बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में 15 बगुले मृत पाए गए. नगर निकाय के अधिकारी ने यह जानकारी दी.

मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश ने एहतियाती उपाय के तौर पर दक्षिणी राज्यों से मुर्गे-मुर्गियों की किसी भी खेप के अगले 10 दिन तक मध्यप्रदेश की सीमा में दाखिल होने पर रोक लगा दी है. मध्य प्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया, पिछले आठ दिन के दौरान हमें रेसीडेंसी क्षेत्र के आस-पास कुल 155 कौए मरे मिले हैं. हमें लगता है कि इनकी मौत भी बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस से हुई है क्योंकि इस इलाके के मरे कौओं में इस बीमारी की पुष्टि पहले ही हो चुकी है. उन्होंने बताया, शहर में अब तक कौओं के अलावा किसी भी अन्य प्रजाति के पक्षी में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है.

पढ़ें :- चार राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले, प्रसार को रोकने के लिए परामर्श जारी

पंजाब
पंजाब में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है लेकिन सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में किसी प्रवासी पक्षी और पोल्ट्री पक्षी की असामान्य मौत पर नजर रखें और उनके नमूनों को जांच के लिए भेजें. चंडीगढ़ की सुखना झील और आसपास के इलाकों से चार मृत पक्षी मिले हैं. चंडीगढ़ वन एवं वन्यजीव विभाग ने कहा कि वह पता कर रही है कि और पक्षी भी मरे हैं या नहीं.

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बर्ड फ्लू से प्रभावित केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिले तथा हरियाणा के पंचकुला जिले में बहु-विषयक टीमों की तैनाती की है. एक बयान में कहा गया कि पशुपालन विभाग ने सोमवार को केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू (एच5एन8) के संक्रमण की पुष्टि की थी. इसी तरह, पंचकूला जिले से कुक्कुटों के नमूनों में भी संक्रमण की रिपोर्ट मिली थी.

मध्य प्रदेश में मिले फ्लू के संकेत

इंदौर और नीमच में मुर्गी से जुड़े नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. ये सैंपल चिकन की दुकानों से लिये गये थे. भोपाल की हाई सिक्योरिटी एनिमल लैब में हुई जाँच में इंदौर और नीमच से मिले सैंपल में वायरस बताया गया है.

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों की दो बहु-विषयक टीमों की प्रभावित जिलों में चार जनवरी से तैनाती की गयी है. यह टीम बर्ड फ्लू संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की रणनीति को लागू करने में राज्यों के स्वास्थ्य विभागों की मदद करेगी.

केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने कहा कि केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 12 स्थानों पर बर्ड फ्लू फैलने की रिपोर्ट मिली है और कुक्कुटों, कौओं और प्रवासी पक्षियों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए परामर्श जारी किए गए हैं.

बर्ड फ्लू के नए मामले इसलिए भी चिंताजनक हैं क्योंकि अभी कुछ महीने पहले 30 सितंबर 2020 को भारत ने खुद को इस बीमारी से मुक्त घोषित किया था. भारत में बर्ड फ्लू का पहला मामला 2006 में सामने आया था.

केरल
केरल के पशुपालन मंत्री के. राजू ने कहा कि अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बत्तखों एवं मुर्गे-मुर्गियों समेत 69,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया है.

हिमाचल
बर्ड फ्लू की दहशत के बीच हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीब 500 मुर्गियां मृत पाई गई हैं. हालांकि, यह पता नही चल पाया है कि किसने इन मृत मुर्गियों को फेंका है.

हिमाचल प्रदेश ने कांगड़ा जिले में नमभूमि के आसपास के क्षेत्रों में 28 दिसंबर के बाद करीब 3,000 प्रवासी पक्षियों की मौत के मद्देनजर मुर्गियों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं. इस बीच, सोलन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीब 500 मुर्गियां मृत पाई गई हैं. हालांकि, यह पता नही चल पाया है कि किसने इन मृत मुर्गियों को फेंका है. अधिकारियों ने बताया कि मृत मुर्गियों के नमूने एकत्र किए गए हैं.

राजस्थान
राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में बुधवार को पक्षियों के संक्रमण के ताजा मामले सामने आने के बाद राज्य के पांच जिलो में बर्ड फ्लू फैल गया है. पशुपालन विभाग के अनुसार, बुधवार को राज्य में 410 और पक्षियों की मौत होने से राज्य में अब तक पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 1458 पहुंच गया है. जोधपुर जिले के सेतरावा और फलोदी इलाकों में बुधवार को लगभग 50 और कौए मृत मिले.

हरियाणा
हरियाणा के पंचकुला में मुर्गी पालन केंद्रों में इन पक्षियों की अस्वाभाविक मौत के मामलों के सामने आए हैं. हमने राज्य सरकार को सतर्क रहने और नमूनों को जांच के लिए भेजने को कहा है.

महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के ठाणे शहर स्थित हाउसिंग कॉप्लेक्स में बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में 15 बगुले मृत पाए गए. नगर निकाय के अधिकारी ने यह जानकारी दी.

मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश ने एहतियाती उपाय के तौर पर दक्षिणी राज्यों से मुर्गे-मुर्गियों की किसी भी खेप के अगले 10 दिन तक मध्यप्रदेश की सीमा में दाखिल होने पर रोक लगा दी है. मध्य प्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया, पिछले आठ दिन के दौरान हमें रेसीडेंसी क्षेत्र के आस-पास कुल 155 कौए मरे मिले हैं. हमें लगता है कि इनकी मौत भी बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस से हुई है क्योंकि इस इलाके के मरे कौओं में इस बीमारी की पुष्टि पहले ही हो चुकी है. उन्होंने बताया, शहर में अब तक कौओं के अलावा किसी भी अन्य प्रजाति के पक्षी में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है.

पढ़ें :- चार राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले, प्रसार को रोकने के लिए परामर्श जारी

पंजाब
पंजाब में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है लेकिन सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में किसी प्रवासी पक्षी और पोल्ट्री पक्षी की असामान्य मौत पर नजर रखें और उनके नमूनों को जांच के लिए भेजें. चंडीगढ़ की सुखना झील और आसपास के इलाकों से चार मृत पक्षी मिले हैं. चंडीगढ़ वन एवं वन्यजीव विभाग ने कहा कि वह पता कर रही है कि और पक्षी भी मरे हैं या नहीं.

Last Updated : Jan 7, 2021, 6:50 PM IST
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