गुवाहाटी : पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने मूल्य वृद्धि के लिए भाजपा की केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार कभी भी किसी मुद्दे पर बहस नहीं करना चाहती है. ईंधन की बढ़ती कीमतों पर संसद में स्थगन प्रस्ताव लाने के कांग्रेस के प्रयास का जिक्र करते हुए खुर्शीद ने कहा कि अध्यक्ष ने न केवल प्रस्ताव को खारिज कर दिया बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए संसद को स्थगित कर दिया कि ईंधन की बढ़ती कीमतों पर कोई चर्चा नहीं हो सके.
उन्होंने कहा कि हर जगह ध्यान भटकाने की कोशिश की जाती है. कहीं वे हलाल मांस बेचने पर सवाल उठाते हैं तो कहीं कर्नाटक जैसे हिजाब के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाते हैं. उन्होंने कहा, सरकार द्वारा समझाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है लेकिन हम जो देखते हैं वह उनका बचाव का प्रयास है. खुर्शीद ने कहा, मूल्य वृद्धि आम लोगों को प्रभावित कर रही है लेकिन सरकार इसके कारणों को बताने जगह मूल्य वृद्धि का बचाव कर रही है.
उन्होंने कहा कि एक साल से अधिक समय से आंदोलन करने वाले किसानों को इन दिनों भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रह है. कांग्रेस नेता ने कहा कि वहीं सरकार ने 62 करोड़ किसानों को 50 किलो डीएपी बैग की कीमत 150 रुपये बढ़ाकर आंदोलन का इनाम दिया है. इसी तरह एनपीकेएस 50 किलो बैग की कीमत में 110 रुपये का इजाफा किया गया है, इससे किसानों पर क्रमश: 3600 करोड़ रुपये और 3750 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
ये भी पढ़ें - कर्नाटक हिजाब विवाद पर बोले सलमान खुर्शीद, हर व्यक्ति को अपने जीवन शैली के निर्णय लेने का अधिकार
कांग्रेस नेता खुर्शीद ने कहा कि सरकार ने आम लोगों को प्रभावित करने वाली आवश्यक दवाओं की कीमतों में वृद्धि करने के साथ ही निर्माण सामग्री की कीमतों में भारी वृद्धि की है. उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल तक पेट्रोल और डीजल की कीमत 17 गुना बढ़ चुकी है.