नई दिल्ली : केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री (एमएसएमई) नितिन गडकरी सीमेंट फैक्ट्रियों में जमकर भड़के. बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पश्चिमी क्षेत्र खंड की बैठक को संबोधित करते हुये गडकरी ने कहा, सीमेंट और स्टील इंडस्ट्री में एक मोनोपॉली है. इंडस्ट्री मौजूदा हालात में रियल एस्टेट मार्केट का फायदा उठा रहे हैं. ये राष्ट्रीय हित नहीं है.
नितिन गडकरी ने एक सभा के दौरान सीमेंट और स्टील इंडस्ट्रीज पर बरसते हुये कहा, हर स्टील कंपनी की अपनी आयरल ओर माइन हैं और श्रम और बिजली की लागत में कोई वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन वे दामों में वृद्धि कर रही हैं. मेरे लिए इसके पीछे का कारण समझना बहुत मुश्किल है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, पश्चिमी क्षेत्र के साथ बातचीत करते हुए गडकरी ने कहा, हम अगले पांच वर्षों में 111 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लागू करने की योजना बना रहे हैं. यदि स्टील और सीमेंट की दरें इसी तरह जारी रहीं, तो यह हमारे लिए बहुत मुश्किल होगा.
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बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पश्चिमी क्षेत्र खंड की बैठक को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा, अचल संपत्ति एक ऐसा क्षेत्र है, जहां सरकार को अधिकतम महत्वपूर्ण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार समाधान खोजने की प्रक्रिया में है, बिल्डर्स एंड एसोसिएशन ऑफ इंडिया, वेस्टर्न रीजन के सुझावों में से एक स्टील और सीमेंट के लिए एक रेग्युलेटिंग अथॉरिटी का गठन करना अच्छा है, लेकिन मंत्रालय को इस पर और गहराई से गौर करने की जरूरत है.
गडकरी ने कहा कि वह वित्त मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव देंगे.