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तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद देश में जश्न का माहौल

पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद पूरे देश में किसान के बीच जश्न का महौल बन गया. किसानों को जगह -जगह खुशियां मनाते देखा जा रहा है. किसान नाच-गाकर और मिठाईयां बांटकर इसे जश्न के रूप में मना रहे हैं।

का माहौल
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Published : Nov 19, 2021, 2:13 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद/गाजीपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे. उनके इस घोषणा के बाद पूरे देश में किसानों में खुशियों की लहर फैल गयी. कई जगहों पर किसानों में मिठाईयां बांटकर खुशी का इजहार किया. प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित घोषणा से महिलाएं भी काफी खुश नजर आयीं। कई जगहों पर महिलाओं को नाचते गाते देखा गया.

खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान व अन्य राज्यों में किसान कृषि कानून वापस लिये के बाद किसानों ने जमकर खुशियां मना रहे हैं। किसान सरकार के इस फैसले से काफी उत्साहित दिख रहे हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने किया हवन

प्रधानमंत्री के तीनों कृषि कानून वापसी के ऐलान के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने हवन किया है. किसानों का कहना है कि यह पहली जीत है. लेकिन आगे की जीत की कामना इस हवन में कर रहे हैं. साथ ही गुरु पर्व को भी यहां सेलिब्रेट कर रहे हैं. किसान उम्मीद कर रहे हैं कि सभी मांगों के पूरा होने का रास्ता जल्द निकलेगा.

किसान नेता रमेश मलिक ने कहा कि आज राकेश टिकैत महाराष्ट्र में महापंचायत में गए हैं, जहां वह आगे की रणनीति बताएंगे. लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर हवन किया जा रहा है. यह हवन हर बड़े कार्य के साथ किया जाता है. आज गुरु पर्व है. हवन का आयोजन पहले से किया गया था. लेकिन इसमें मंगल की कामना कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि आगे उम्मीद है कि जल्द से जल्द रास्ता निकलेगा. किसान नेता रमेश मलिक ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही वार्ता होगी. हम हर तरह की बातचीत के लिए तैयार हैं.

ये भी पढ़ें- सरकार का तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान : पीएम मोदी

किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री भी हमारे हैं और हमें उनसे उम्मीद थी कि ऐसा कोई ठोस कदम उठाया जाएगा. हालांकि ऐसा कदम उठाने में देरी जरूर हुई है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द से जल्द वार्ता होगी और बाकी की मांगों को पूरा करने में कोई देरी नहीं होगी.

प्रतिक्रिया देते किसान

सिंघु बॉर्डर पर किसानों का जश्न

पीएम मोदी की ओर से कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करते ही सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का जश्न (celebration at singhu border sonipat) शुरु हो गया. किसानों ने पीएम मोदी का आभार (Farmers Thanks To Pm Modi) भी जताया. वहीं आपको बता दें कि मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बावजूद किसान आंदोलन चलता रहेगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के जारी रहने की घोषणा की है. उनका कहना है कि जब तक तीन कृषि कानून संसद में रद्द नहीं हो जाते हैं तब तक आंदोलन जारी (Farmers Protest Will Continue) रहेगा.

गाजीपुरा में जश्न का माहौल

तीनों कृषि कानून वापस लेने पर गाजीपुर में किसानों में खशियों की लहर फैल गयी. यहां एक जश्न सा माहौल देखा गया. किसान एक दूसरे को मिठाईयां खिलाते नजर आए. किसानों ने जलेबियां बांटकर इसे जश्न के रूप में मनाया. वहीं, कुछ किसानों ने जोश में 'जय किसान' के नारे भी लगाए.

नई दिल्ली/गाजियाबाद/गाजीपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे. उनके इस घोषणा के बाद पूरे देश में किसानों में खुशियों की लहर फैल गयी. कई जगहों पर किसानों में मिठाईयां बांटकर खुशी का इजहार किया. प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित घोषणा से महिलाएं भी काफी खुश नजर आयीं। कई जगहों पर महिलाओं को नाचते गाते देखा गया.

खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान व अन्य राज्यों में किसान कृषि कानून वापस लिये के बाद किसानों ने जमकर खुशियां मना रहे हैं। किसान सरकार के इस फैसले से काफी उत्साहित दिख रहे हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने किया हवन

प्रधानमंत्री के तीनों कृषि कानून वापसी के ऐलान के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने हवन किया है. किसानों का कहना है कि यह पहली जीत है. लेकिन आगे की जीत की कामना इस हवन में कर रहे हैं. साथ ही गुरु पर्व को भी यहां सेलिब्रेट कर रहे हैं. किसान उम्मीद कर रहे हैं कि सभी मांगों के पूरा होने का रास्ता जल्द निकलेगा.

किसान नेता रमेश मलिक ने कहा कि आज राकेश टिकैत महाराष्ट्र में महापंचायत में गए हैं, जहां वह आगे की रणनीति बताएंगे. लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर हवन किया जा रहा है. यह हवन हर बड़े कार्य के साथ किया जाता है. आज गुरु पर्व है. हवन का आयोजन पहले से किया गया था. लेकिन इसमें मंगल की कामना कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि आगे उम्मीद है कि जल्द से जल्द रास्ता निकलेगा. किसान नेता रमेश मलिक ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही वार्ता होगी. हम हर तरह की बातचीत के लिए तैयार हैं.

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किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री भी हमारे हैं और हमें उनसे उम्मीद थी कि ऐसा कोई ठोस कदम उठाया जाएगा. हालांकि ऐसा कदम उठाने में देरी जरूर हुई है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द से जल्द वार्ता होगी और बाकी की मांगों को पूरा करने में कोई देरी नहीं होगी.

प्रतिक्रिया देते किसान

सिंघु बॉर्डर पर किसानों का जश्न

पीएम मोदी की ओर से कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करते ही सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का जश्न (celebration at singhu border sonipat) शुरु हो गया. किसानों ने पीएम मोदी का आभार (Farmers Thanks To Pm Modi) भी जताया. वहीं आपको बता दें कि मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बावजूद किसान आंदोलन चलता रहेगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के जारी रहने की घोषणा की है. उनका कहना है कि जब तक तीन कृषि कानून संसद में रद्द नहीं हो जाते हैं तब तक आंदोलन जारी (Farmers Protest Will Continue) रहेगा.

गाजीपुरा में जश्न का माहौल

तीनों कृषि कानून वापस लेने पर गाजीपुर में किसानों में खशियों की लहर फैल गयी. यहां एक जश्न सा माहौल देखा गया. किसान एक दूसरे को मिठाईयां खिलाते नजर आए. किसानों ने जलेबियां बांटकर इसे जश्न के रूप में मनाया. वहीं, कुछ किसानों ने जोश में 'जय किसान' के नारे भी लगाए.

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