नई दिल्ली: दवा कंपनी फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 टीके के आपात उपयोग की मंजूरी से संबंधित आवेदनों पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विशेषज्ञ समिति बुधवार को विचार करेगी. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार रात को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि आवेदनों का मूल्यांकन करने के बाद समिति केंद्रीय औषधि नियामक (डीसीजीआई) को अपनी सिफारिश देगी कि क्या किसी भी कोविड-19 टीके के आपात उपयोग के संबंध में मंजूरी दी जाए अथवा नहीं?
हैदराबाद की फार्मास्युटिकल कंपनी भारत बायोटेक ने सोमवार को अपने कोविड-19 रोधी टीके 'कोवैक्सीन' के आपात उपयोग की स्वीकृति हासिल करने के लिए केंद्रीय औषधि नियामक के समक्ष आवेदन किया, जिसके बाद सोमवार देर शाम यह निर्णय लिया गया. इससे पहले फाइजर और सीरम इंस्टीट्यूट ऐसा ही आवेदन कर चुके हैं.
भारत बायोटेक द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर स्वदेशी कोवैक्सीन टीके को विकसित किया जा रहा है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिसंबर को एक सर्वदलीय बैठक में उम्मीद जताई थी कि कोविड-19 का टीका कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है.
उसी दिन शाम को अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की भारतीय शाखा ने केंद्रीय औषधि नियामक से अपने टीके के आपात उपयोग की मंजूरी मांगी थी. इससे पहले इस कंपनी को ब्रिटेन और बहरीन में इस तरह की स्वीकृति मिल चुकी है.
सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके 'कोविशील्ड' के लिए छह दिसंबर को इस संबंध में मंजूरी मांगी थी.