अलवर: राजस्थान के अलवर में मूक बधिर बालिका से दुष्कर्म और सड़क पर फेंकने मामले में पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से (CCTV Footage help to solve Alwar minor rape case) बालिका का रूट तैयार किया है. घटना के दिन दोपहर 2 बजे बालिका सबसे पहले पुलिस को कैमरे में नजर आई. मामले में पुलिस ने रिकॉर्डिंग व जांच पड़ताल के आधार पर 4 से 5 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की है. पुलिस जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है.
पीड़िता बचपन से ही कुछ भी बोलने में असमर्थ है. वो केवल मां-पापा जैसे कुछ चुनिंदा छोटे शब्द बोल पाती है. ऐसे में घटना के बारे में पुलिस को बताने वाला कोई नहीं है. शहर के चौराहों व सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे पुलिस के आंख, नाक व कान बन रहे हैं.
इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक नई योजना तैयार की है. पुलिस ने अलवर शहर में प्रवेश करने वाले सभी कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की. उसके बाद शहर में पीड़िता के प्रवेश करने के बाद किन-किन रास्तों से वो गुजरी, घटनास्थल तक कैसे पहुंची, इसका पूरा रूट मैप तैयार किया गया है. उसके बाद लगातार अलग-अलग जगहों पर पीड़िता पुलिस को दिखाई दी है. उसके अनुसार उसका रूट तैयार किया गया. साथ ही इस मामले में पुलिस ने गुरुवार रात तक करीब 4 से 5 लोगों को हिरासत में लिया है.
अभी तक नहीं हुई दुष्कर्म की पुष्टि
पीड़िता का जयपुर के जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. लगातार डॉक्टरों की टीम उसकी मॉनिटरिंग कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री सहित प्रदेश सरकार के मंत्री लगातार उसके हाल-चाल जानने में लगे हैं. इस मामले में अभी तक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो पाई है. पुलिस ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली है. मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
पुलिस कर सकती है खुलासा
इस पूरे मामले का पुलिस जल्द ही खुलासा कर सकती है. पुलिस पर लगातार बदमाशों को पकड़ने का दबाव है, लेकिन यह पूरा केस पुलिस के लिए ब्लाइंड केस है. केवल शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग व साइंटिफिक जांच पड़ताल के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.