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सीबीआई करेगी आईटीबीपी के फर्जी नियुक्ति पत्र मामले की जांच

सीबीआई ने आईटीबीपी भर्ती घोटाले की जांच अपने हाथ में ले ली है. जिसमें देशभर के 24 असफल उम्मीदवारों को बल में शामिल होने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए थे.

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Published : Mar 1, 2021, 7:31 PM IST

नई दिल्ली : सीबीआई ने आईटीबीपी भर्ती घोटाले की जांच अपने हाथ में ले ली है. जिसमें देशभर के 24 असफल उम्मीदवारों को बल में शामिल होने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए थे. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. अधिकारियों ने कहा कि ये उम्मीदवार 2014-15 और 2016 में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कॉन्स्टेबल पद के लिए हुई परीक्षा में बैठे थे, लेकिन वे चयन प्रक्रिया में सफल नहीं हो सके थे.

हालांकि, वे ड्यूटी में शामिल होने के लिए फर्जी भर्ती पत्रों के साथ बल के कार्यालय पहुंच गए थे, जिससे आईटीबीपी के अधिकारियों को आश्चर्य हुआ था. उन्होंने कहा कि ये अभ्यर्थी पूरे देश से थे और परीक्षा में असफल होने के बावजूद 'भर्ती पत्र' लिए हुए थे. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के अधिकारियों ने उनके पत्रों पर एक मोबाइल नंबर देखा जिस पर संपर्क करने के निर्देश दिए गए थे. अधिकारियों ने कहा कि उम्मीदवारों को ड्यूटी में शामिल होने से पहले कुछ पैसे बैंक खातों में 'प्रशिक्षण शुल्क' के रूप में जमा करने के लिए कहा गया था.

उन्होंने कहा कि इन उम्मीदवारों में से कुछ को पत्र द्वारा लालच दिया गया था और उन्होंने उन खातों में पैसे जमा करा दिए थे. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट था कि असम, पंजाब, अंडमान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के उम्मीदवारों को फर्जी भर्ती पत्र जारी किए गए थे. जबकि वास्तविक अभ्यर्थियों को नीयत प्रक्रिया और भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद हरी झंडी दी गई थी.

यह भी पढ़ें-सीएम अमरिंदर के मुख्य सलाहकार बने प्रशांत किशोर, कैबिनेट मंत्री का दर्जा

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया है.

नई दिल्ली : सीबीआई ने आईटीबीपी भर्ती घोटाले की जांच अपने हाथ में ले ली है. जिसमें देशभर के 24 असफल उम्मीदवारों को बल में शामिल होने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए थे. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. अधिकारियों ने कहा कि ये उम्मीदवार 2014-15 और 2016 में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कॉन्स्टेबल पद के लिए हुई परीक्षा में बैठे थे, लेकिन वे चयन प्रक्रिया में सफल नहीं हो सके थे.

हालांकि, वे ड्यूटी में शामिल होने के लिए फर्जी भर्ती पत्रों के साथ बल के कार्यालय पहुंच गए थे, जिससे आईटीबीपी के अधिकारियों को आश्चर्य हुआ था. उन्होंने कहा कि ये अभ्यर्थी पूरे देश से थे और परीक्षा में असफल होने के बावजूद 'भर्ती पत्र' लिए हुए थे. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के अधिकारियों ने उनके पत्रों पर एक मोबाइल नंबर देखा जिस पर संपर्क करने के निर्देश दिए गए थे. अधिकारियों ने कहा कि उम्मीदवारों को ड्यूटी में शामिल होने से पहले कुछ पैसे बैंक खातों में 'प्रशिक्षण शुल्क' के रूप में जमा करने के लिए कहा गया था.

उन्होंने कहा कि इन उम्मीदवारों में से कुछ को पत्र द्वारा लालच दिया गया था और उन्होंने उन खातों में पैसे जमा करा दिए थे. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट था कि असम, पंजाब, अंडमान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के उम्मीदवारों को फर्जी भर्ती पत्र जारी किए गए थे. जबकि वास्तविक अभ्यर्थियों को नीयत प्रक्रिया और भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद हरी झंडी दी गई थी.

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अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया है.

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