कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तृणमूल कांग्रेस की असलियत सामने लाने की धमकी देने के अगले दिन, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार सुबह से पूरे पश्चिम बंगाल में कम से कम छह स्थानों पर छापेमारी की.
सीबीआई ने तृणमूल विधायक अदिति मुंशी के पति देबराज चक्रवर्ती के परिसर पर भी छापा मारा. देबराज बिधाननगर नगर निगम में पार्षद भी हैं. उनके आवास पर चार घंटे के तलाशी अभियान के बाद, दोपहर करीब 1 बजे जब वे आवास से बाहर निकले तो सीबीआई अधिकारी चक्रवर्ती को अपने साथ ले गए.
भर्ती घोटाला मामले में जेल में बंद पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी, दिग्गज तृणमूल पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता के आवास पर भी सीबीआई पहुंची. दासगुप्ता पाटुली पुलिस स्टेशन के तहत कोलकाता नगर निगम (केएमसी) 101 वार्ड के निवासी हैं. भर्ती भ्रष्टाचार मामले में पहली बार कूच बिहार तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सजल सरकार के घर पर छापेमारी करते हुए सीबीआई के अधिकारी कोलकाता की सीमाओं से आगे निकल गए.
कुछ देर बाद सीबीआई अधिकारी कूचबिहार के परेश कर चौपथी इलाके में एक बीएलडी कॉलेज के मालिक के घर गए. छापेमारी के दौरान घर में कोई नहीं था. सीबीआई जांचकर्ताओं ने महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने के लिए पड़ोसियों से बात की. दूर-दराज के मुर्शिदाबाद में भी रेड की.
शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में सीबीआई ने मुर्शिदाबाद में कई जगहों पर छापेमारी की. गुरुवार सुबह 10 बजे से डोमकल विधायक जफीकुल इस्लाम के घर समेत कई जगहों पर सीबीआई अधिकारियों ने छापेमारी की.
शिक्षक भ्रष्टाचार मामले में विधायक जीबनकृष्ण साहा को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. अब शिक्षक भ्रष्टाचार को लेकर डोमकल विधायक जफीकुल इस्लाम के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की. इसके अलावा सीबीआई ने बरवां थाना क्षेत्र के कुली चौरास्ता चौराहे पर बीई कॉलेज के मालिक सजल अंसारी के घर पर भी छापेमारी की.
सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने बरवान थाना क्षेत्र के कुली इलाके में सजल अंसारी के घर पर तलाशी ली. केंद्रीय सेना के जवानों ने घर को घेर लिया. घर के सामने एक कार इंतज़ार करती दिखी जिस पर 'प्रेस' लिखा हुआ था. जिसे लेकर अटकलें भी शुरू हो गई हैं.
सजल अंसारी दो बीएड कॉलेजों के मालिक हैं. सूत्रों का कहना है कि उनके पास कई कॉलेजों के अलावा बड़ी संपत्ति भी है. सीबीआई ने उनके भाई के घर और डोमकल विधायक जफीकुल इस्लाम के घर की भी तलाशी ली. इन तलाशी अभियानों के बीच, छापेमारी के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने कीचड़ उछालना शुरू कर दिया है.
मेयर और मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, 'बीजेपी हमसे इस तरह नहीं लड़ सकती. आप एजेंसी-पुलिस से नहीं लड़ सकते. लड़ाई वर्चस्व और लोगों से संपर्क की है. कोई इस तरह का संगठन नहीं कर सकता. हम जितना प्रभावित होंगे, उतना ही हम लोगों के दिलों में जगह बना पाएंगे.' छापेमारी पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि छापेमारी का अमित शाह के शहर दौरे से कोई संबंध नहीं है.
सिन्हा ने ईटीवी भारत से कहा कि 'आज की सीबीआई छापेमारी का अमित शाह के आगमन से कोई लेना-देना नहीं है. अमित शाह राज्य में तब आए जब इतने सारे तृणमूल नेता जेल में हैं, इतने सारे तृणमूल नेताओं के घरों की तलाशी ली गई है. आज की छापेमारी शाह के दौरे के साथ संयोगवश हुई है. कलकत्ता हाई कोर्ट सब कुछ कर रहा है. अदालत ने सीबीआई को भर्ती भ्रष्टाचार मामले पर नकेल कसने और तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया. यह आगे भी जारी रहेगा.'