नई दिल्ली: लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में तेजस्वी यादव, लालू यादव और राबड़ी देवी समेत 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने के मामले में आज राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान अधिकतर आरोपित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए. इस दौरान सीबीआई की ओर से आरोपियों को चार्जशीट की कॉपी पेन ड्राइव में दी गई. वहीं, दो आरोपितों को पेपर पूरे ना होने की वजह से चार्जशीट की सॉफ्ट कॉपी नहीं दी जा सकी.
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29 नवंबर को अगली सुनवाई : कॉपी मिलने के बाद आरोपितों के वकील ने कोर्ट से चार्जशीट की सॉफ्ट कॉपी की स्क्रूटनी के लिए समय मांगा. इस मांग को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने आरोपितों के वकील को 27 दिन का समय दिया और विशेष सीबीआई जज गीतांजलि गोयल ने मामले में 29 नवंबर को सुनवाई के लिए अगली तारीख तय की. अगली तारीख पर कोर्ट में जिन दो आरोपितों को पेन ड्राइव में चार्जशीट की कॉपी नहीं मिल सकी, उन्हें सीबीआई द्वारा चार्जशीट की कॉपी सप्लाई की जाएगी. साथ ही चार्जशीट की स्क्रूटनी करने के बाद आरोपितों के वकील मामले में अपनी दलीलें रख सकते हैं.
लैंड फॉर जॉब स्कैम में 17 आरोपी : बता दें कि लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कुल 17 लोग आरोपित हैं. साथ ही लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव सहित सभी आरोपित मामले में जमानत पर हैं. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई ने इसी मामले में जुलाई माह में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया था. इसके बाद अक्टूबर माह में तेजस्वी यादव को कोर्ट में पेश होकर जमानत लेने पड़ी. इसके अलावा अन्य आरोपितों को भी कोर्ट ने जमानत दे दी थी.
क्या है मामला ? : उल्लेखनीय है कि लैंड फॉर जॉब घोटाला उस समय का है, जब वर्ष 2004 से 2009 के दौरान लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे. सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में जमीन लेकर लोगों को नौकरी देने के मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की थी, जिसमें अब एक चार्जशीट और दो सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल होने के बाद सुनवाई चल रही है. इसमें कई बार लालू और राबड़ी कोर्ट में पेश हो चुके हैं.