नई दिल्ली: जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) घोटाला मामले में सोमवार CBI ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे व बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी. इससे पहले आठ जून को हुई सुनवाई के दौरान CBI ने चार्जशीट दाखिल करने के लिए कोर्ट से और समय मांगा था. इस पर कोर्ट ने मामले को अगली सुनवाई के लिए 12 जुलाई को सूचीबद्ध करने का निर्देश देते हुए चार्जशीट दाखिल करने का समय दे दिया था.
सीबीआई ने दिए गए समय से नौ दिन पहले ही चार्जशीट दाखिल कर दी है. राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने कहा कि अभी इस मामले में जांच चल रही है. साथ ही चार्जशीट में कुछ नए तथ्यों को शामिल करना है. लिहाजा थोड़ा समय दिया जाना चाहिए. बता दें, पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई को मामले में तेजी लाने का निर्देश देते हुए सुनवाई एक जून तक के लिए स्थगित कर दी थी.
मामले में जमानत पर हैं लालू, राबड़ी और मीसाः लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव, राबड़ी और मीसा भारती को कोर्ट ने 15 मार्च को 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी. इसके पहले छह मार्च को सीबीआई की टीम ने लालू यादव के पटना अवास पर राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 10 मार्च को मामले में लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्य और रिश्तेदारों के घर पर छापेमारी की थी.
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ED ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में 24 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी में ईडी ने एक करोड़ रुपये नकद, डेढ़ किलो से ज्यादा के सोने के आभूषण, 540 ग्राम सोना, अमेरिकी डॉलर समेत कई चीजें बरामद की थीं. 29 मार्च को सुनवाई के दौरान तीनों लोग राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए थे. इस दौरान मामले में अगली सुनवाई के लिए विशेष सीबीआई कोर्ट ने आठ मई की तारीख दी थी.
लालू यादव के रेलमंत्री रहने के दौरान का है लैंड फॉर जॉब घोटालाः लैंड फॉर जॉब घोटाला मामला 2004 से 2009 तक यूपीए-1 सरकार में लालू यादव के रेल मंत्री रहने के समय का है. लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों पर उस समय रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लेने के आरोप लगे हैं. इनमें बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल है. इसके अलावा लालू परिवार के कुल सात सदस्य इस मामले में आरोपित हैं, जिनसे सीबीआई और ईडी कई दौर की पूछताछ कर चुकी है. 25 मार्च को भी लैंड फॉर जॉब मामले में तेजस्वी यादव को सीबीआई ने और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था.