मेरठ : बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा के खिलाफ मेरठ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. भूरा पर आरोप है कि उसने सील लगे हुए मकान में अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया है. इस मामले में फिरोज उर्फ भूरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 'मौके पर पूर्व मंत्री के जमानत पर चल रहे बेटे फिरोज उर्फ भूरा को उसके साथियों के साथ पाया था. अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.'
सोनभद्र जेल में बंद बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा पर कोतवाली नगर में केस दर्ज किया गया है. भूरा पर आरोप है कि उसने पुलिस के द्वारा पूर्व में सील लगाकर सीज किए गए मकान की सील तोड़कर उसमें प्रवेश किया. पुलिस को जैसे ही यह जानकारी मिली तत्काल पुलिस ने भूरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. गौरतलब है कि फिरोज उर्फ भूरा पर गैंगस्टर लगा हुआ है. कुछ दिन पहले ही वो जमानत पर जेल से बाहर आया था. गौरतलब है कि यूपी में सीएम योगी के दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रदेश में किसी बड़े नाम वाले शख़्स पर ये पहली कार्रवाई थी.
बता दें बीते 31 मार्च 2022 को याकूब की हापुड़ के खरखौदा स्थित अलीपुर में अवैध तरीके से मीट की पैकिंग फैक्टरी पकड़ में आई थी. इस मामले में तब पूर्व मंत्री याकूब और उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान, फिरोज उर्फ भूरा समेत कुल 17 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था. इस मामले में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी समेत पूरा परिवार फरार हो गया था. बाद में पूर्व मंत्री की पत्नी को जमानत मिल गई थी. गौरतलब है कि 27 नवंबर को फिरोज उर्फ भूरा पुलिस की पकड़ में आ गया था. इसके बाद वह जेल चला गया था. इसके बाद पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनका दूसरा बेटा इमरान को भी छह जनवरी 2022 को दिल्ली स्थित चांदनी महल से गिरफ्तार किया था. तीनों को मेरठ जिला कारागार में भेजा गया था. उसके बाद पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके दोनों बेटों को अलग-अलग जेल में ट्रांसफर कर दिया था. ग़ौरतलब है कि पूर्व मंत्री हाजी याकूब को सोनभद्र, उनके बेटे इमरान को बलरामपुर और फिरोज को सिद्धार्थनगर जेल भेज दिया गया था. करीब डेढ़ महीने पहले ही फिरोज और इमरान को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी. उसके बाद करीब 31 करोड़ रुपये कीमत की इस परिवार की अलग अलग प्राॅपर्टी भी जब्त की गई थी. अब पूर्व मंत्री के बेटे भूरा पर आरोप लगे हैं कि उसने सील लगे घर में प्रवेश किया और घर पर लगी सील को तोड़ दिया.
इस बारे में एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि 'जिस प्राॅपर्टी को गैंगस्टर एक्ट में 14ए के तहत सेवज किया गया था. उन्हीं में से एक घर में हाजी याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज के होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. एसपी सिटी ने कहा कि पुलिस ने मौके पर पूर्व मंत्री के जमानत पर चल रहे बेटे फिरोज उर्फ भूरा को उसके साथियों शाह आलम, समीर और अफजाल के साथ पाया था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने इसकी वीडियोग्राफी भी कराई है और पुनः मकान पर दोबारा सील लगा दिया है, साथ ही सील मकान में अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने पर धारा 188, 448 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.'
कुर्की की कार्रवाई की गई थी : पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की पत्नी संजीदा बेगम के नाम दो बेशकीमती खेत पुलिस ने कुर्क किए थे. जो जमीन कुर्क की गई थी उसकी कीमत लगभग 9 करोड़ रुपये आंकी गई थी. ये खेत खरखौदा थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव शाकरपुर में था. सीओ किठौर रुपाली राय के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स ने पहले चरण में ये कार्रवाई की थी. प्रशासन ने पूर्व मंत्री की 31 करोड़ 77 लाख रुपये की सम्पत्ति चिह्नित की थी. जिसे पुलिस और प्रशासन ने माना था कि यह चल अचल सम्पत्ति याकूब कुरैशी और उनके सगे संबंधियों ने अवैध तरीके से अर्जित की है. कुर्की की कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई थी.
पूर्व मंत्री की फैक्ट्री मिला था पांच करोड़ का अवैध मीट : पिछले साल 30 मार्च की रात को मेरठ के हापुड़ रोड पर अल्लीपुर में स्थित पूर्व मंत्री की मीट फैक्ट्री में पांच करोड़ का मीट पकड़ा गया था. जिसके बाद से याकूब और उनके परिवार के खिलाफ लगातार पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई जारी थी.
कभी नींबू बेचा करते थे पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी : पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी को 7 जनवरी को दिल्ली के चांदनी महल इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. मेरठ की सड़कों पर 1989 तक याकूब ठेले पर नींबू बेचा करते थे. फिर गुड़ के धंधे में उतरे. प्रॉपर्टी डीलर का काम किया और बाद में मायावती सरकार में मंत्री भी बने.