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मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ केस दर्ज

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Published : May 23, 2021, 8:36 PM IST

Updated : May 23, 2021, 10:54 PM IST

पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा कोरोना को इंडियन वेरिएंट बताने वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है. मामले में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने केस दर्ज करने की मांग की थी. कमलनाथ के खिलाफ धारा 188 के तहत क्राइम ब्रांच में केस दर्ज किया गया है.

kamal nath
kamal nath

भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिनभर चले आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बाद शाम को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर FIR दर्ज कर ली गई है. भोपाल की क्राइम ब्रांच में पूर्व सीएम के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. कमलनाथ पर कोरोना को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. इसे लेकर दोपहर में बीजेपी के नेताओं ने थाने में जाकर आवेदन दिया था. इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में थानों में जाकर बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ पर FIR करने का आवेदन दिया था.

कमलनाथ के बयानों को लेकर शिकायत दर्ज कराई

एमपी बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार दोपहर भोपाल के क्राइम ब्रांच थाने पहुंचा था. इस प्रतिनिधिमंडल ने कमलनाथ के बयानों को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. आवेदन देने पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग ने कहा था कि कोरोना को लेकर इंडियन वेरिएंट देने का बयान देकर कमलनाथ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि बिगाड़ने की कोशिश की है. इसके अलावा विधायकों की बैठक में प्रदेश में अराजकरता फैलाने की बात कही है. इन दोनों मामलों में FIR की मांग को लेकर बीजेपी नेताओं ने थाने में आवेदन दिया था.

मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ को घेरा.

'सरकार के झूठ पर मुहर नहीं लगा सकते'

इधर बीजेपी के हमलावार होने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ की तरफ से एक प्रेस नोट भी जारी किया गया था. इसमें कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही कहा था कि हमने तो संकट के दौर में सरकार का सहयोग किया है, लेकिन हमारी जवाबदारी प्रदेश की जनता के प्रति भी है. हम उनको मरता नहीं छोड़ सकते हैं, हम सरकार के झूठ पर मुहर नहीं लगा सकते हैं. हम जनता के हित के लिये लड़ते रहेंगे, हमें सरकार के झूठे आरोपों की परवाह नहीं है. सरकार की किसी भी FIR से हम डरने वाले नहीं है.

धारा 188 के तहत क्राइम ब्रांच में केस दर्ज

सीएम शिवराज ने भी किया था पलटवार

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ के ट्वीट पर जमकर निशाना साधा था. मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ के उस बयान पर जवाब दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था यदि हिम्मत है तो श्मशान घाट का रिकॉर्ड उजागर करें. मुख्यमंत्री ने हमला बोलते हुए कमलनाथ से कहा की 'आप मुख्यमंत्री रहे हो केंद्रीय मंत्री रहे हो उसके बाद भी यह घटिया व्यवहार. सीएम ने कहा कि हम दिन रात संघर्ष कर जनता को इस त्रासदी से निकालने में लगे हैं, लेकिन आप संकट में राजनीति का अवसर खोज रहे हो.'

केन्द्रीय मंत्री जावड़ेकर ने भी की थी निंदा

कोरोना का भारतीय वेरिएंट बताने वाले कमलनाथ के बयान पर बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी निशाना साधा था. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कमलनाथ का महामारी की दूसरी लहर को भारतीय कोरोना बताना बेहद शर्मनाक है. कांग्रेस अब नाकारा राजनीति पर उतर आई है.

कमलनाथ को इंदौर में बैन करने की मांग

कमलनाथ के बयान पर बीजेपी ने हर जिले में FIR की मांग को लेकर आवेदन दिया था. इंदौर में आवेदन देने पहुंचे बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने तो कमलनाथ के इंदौर आने पर भी रोक लगाने की मांग कर दी. गौरव रणदिवे ने कहा कि इस तरह के बयान देने वाले को इंदौर में बैन कर देना चाहिए, उन्हें इंदौर में नहीं आने देना चाहिए.

पढ़ेंः कोरोना की दूसरी लहर में 400 से ज्यादा चिकित्सकों की मौत, जानें किस राज्य में कितनी गई जान

भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिनभर चले आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बाद शाम को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर FIR दर्ज कर ली गई है. भोपाल की क्राइम ब्रांच में पूर्व सीएम के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. कमलनाथ पर कोरोना को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. इसे लेकर दोपहर में बीजेपी के नेताओं ने थाने में जाकर आवेदन दिया था. इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में थानों में जाकर बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ पर FIR करने का आवेदन दिया था.

कमलनाथ के बयानों को लेकर शिकायत दर्ज कराई

एमपी बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार दोपहर भोपाल के क्राइम ब्रांच थाने पहुंचा था. इस प्रतिनिधिमंडल ने कमलनाथ के बयानों को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. आवेदन देने पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग ने कहा था कि कोरोना को लेकर इंडियन वेरिएंट देने का बयान देकर कमलनाथ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि बिगाड़ने की कोशिश की है. इसके अलावा विधायकों की बैठक में प्रदेश में अराजकरता फैलाने की बात कही है. इन दोनों मामलों में FIR की मांग को लेकर बीजेपी नेताओं ने थाने में आवेदन दिया था.

मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ को घेरा.

'सरकार के झूठ पर मुहर नहीं लगा सकते'

इधर बीजेपी के हमलावार होने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ की तरफ से एक प्रेस नोट भी जारी किया गया था. इसमें कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही कहा था कि हमने तो संकट के दौर में सरकार का सहयोग किया है, लेकिन हमारी जवाबदारी प्रदेश की जनता के प्रति भी है. हम उनको मरता नहीं छोड़ सकते हैं, हम सरकार के झूठ पर मुहर नहीं लगा सकते हैं. हम जनता के हित के लिये लड़ते रहेंगे, हमें सरकार के झूठे आरोपों की परवाह नहीं है. सरकार की किसी भी FIR से हम डरने वाले नहीं है.

धारा 188 के तहत क्राइम ब्रांच में केस दर्ज

सीएम शिवराज ने भी किया था पलटवार

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ के ट्वीट पर जमकर निशाना साधा था. मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ के उस बयान पर जवाब दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था यदि हिम्मत है तो श्मशान घाट का रिकॉर्ड उजागर करें. मुख्यमंत्री ने हमला बोलते हुए कमलनाथ से कहा की 'आप मुख्यमंत्री रहे हो केंद्रीय मंत्री रहे हो उसके बाद भी यह घटिया व्यवहार. सीएम ने कहा कि हम दिन रात संघर्ष कर जनता को इस त्रासदी से निकालने में लगे हैं, लेकिन आप संकट में राजनीति का अवसर खोज रहे हो.'

केन्द्रीय मंत्री जावड़ेकर ने भी की थी निंदा

कोरोना का भारतीय वेरिएंट बताने वाले कमलनाथ के बयान पर बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी निशाना साधा था. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कमलनाथ का महामारी की दूसरी लहर को भारतीय कोरोना बताना बेहद शर्मनाक है. कांग्रेस अब नाकारा राजनीति पर उतर आई है.

कमलनाथ को इंदौर में बैन करने की मांग

कमलनाथ के बयान पर बीजेपी ने हर जिले में FIR की मांग को लेकर आवेदन दिया था. इंदौर में आवेदन देने पहुंचे बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने तो कमलनाथ के इंदौर आने पर भी रोक लगाने की मांग कर दी. गौरव रणदिवे ने कहा कि इस तरह के बयान देने वाले को इंदौर में बैन कर देना चाहिए, उन्हें इंदौर में नहीं आने देना चाहिए.

पढ़ेंः कोरोना की दूसरी लहर में 400 से ज्यादा चिकित्सकों की मौत, जानें किस राज्य में कितनी गई जान

Last Updated : May 23, 2021, 10:54 PM IST
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