पुलवामा : दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अचन गांव में कश्मीरी पंडित की हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. कैंडल मार्च में स्थानीय युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया. वे तख्तियां लिए थे, जिन पर उसे श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ कश्मीरी पंडित भाईचारे का आह्वान करने के लिए शब्द लिखे हुए थे. मार्च पुलवामा सर्किट हाउस से शुरू हुआ और शहीद फारूक चौक पर समाप्त हुआ.
विरोध में शामिल लोगों ने इस मौके पर बोलते हुए इस हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि इस तरह के हमले कश्मीरी पंडित भाईचारे को नुकसान पहुंचा रहे हैं, इसलिए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि उनकी जमीन यहां है और वे सदियों से यहां बसे हुए हैं और इस तरह के हमले मानवता की हत्या कर रहे हैं. अज जिले के अचन गांव में संजय कुमार शर्मा के पैतृक गांव ने भी इस हत्याकांड का विरोध दर्ज कराया. उन्होंने यह भी कहा कि पंडित की मौत कश्मीरी भाईचारे को नुकसान पहुंचा रही है. यहां ऐसी हत्याएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.
वहीं कश्मीर घाटी के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी कश्मीरी पंडित की हत्या के खिलाफ अपनी मजबूत राय व्यक्त की है और मांग की है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए. कश्मीरी पंडित की हत्या के विरोध में कई अन्य जगह भी प्रदर्शन हुए. गांदरबल जिले और कुछ अन्य जगहों पर मौन कैंडललाइट विरोध प्रदर्शन किया गया. कश्मीरी पंडित संजय शर्मा बैंक में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे.