अहमदाबाद: जनवरी 2022 में कनाडा-अमेरिका सीमा पर एक परिवार के चार सदस्यों की मौत के सिलसिले में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) की एक टीम ने अहमदाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों का दौरा किया. घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि टीम ने अहमदाबाद, आणंद और वडोदरा में रहने या काम करने वाले पांच लोगों के ठिकाने के बारे में सभी इमिग्रेशन एजेंटों से पूछताछ की. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डीसीपी चैतन्य मांडलिक ने बताया कि डिंगुंचा मामले की जांच के लिए कनाडा की पुलिस गुजरात आई थी. फिलहाल क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है. कनाडा की पुलिस पहले भी ऐसे आई थी. कनाडा की पुलिस ने मामले के संबंध में विभिन्न मामलों पर चर्चा की और फिर वो चले गए.
कालोल के पास डिंगुचा गांव के पटेल परिवार की अमेरिका-कनाडा सीमा में घुसपैठ की कोशिश के दौरान मौत की घटना के बाद यह गांव चर्चा में आया था. इस संबंध में पूर्व में डिंगुचा गांव के इन परिजनों को अवैध तरीके से अमेरिका भेजने वाले एजेंट भरत उर्फ बॉबी पटेल को भाडज सर्किल से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद एसएमसी ने बॉबी पटेल के कार्यालय और आवास की तलाशी ली. इस बीच एसएमसी ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए.
जनवरी, 2022 में अपराध शाखा ने डिंगुचा मामले में तीन एजेंट-- योगेश पटेल, भावेश पटेल और दशरथ चौधरी को गिरफ्तार किया था. अपराध शाखा स्थानीय एजेंट की संलिप्तता की जांच कर रही है. ऐसा जान पड़ रहा है कि वे व्यापक आव्रजन रैकेट का हिस्सा हैं. जांच के दौरान पता चला कि डिंगुचा के इस परिवार के अलावा इन एजेंट ने गुजरात से सात अन्य को कनाडा भेजा था जो कनाडा से अवैध रूप से सीमा पार कराकर उन्हें अमेरिका पहुंचाने की उनकी योजना का हिस्सा थे. उनकी गिरफ्तारी के दौरान अपराध शाखा ने कहा था कि इन एजेंट और उनके साथियों या इन देशों में ‘सीमा पार कराने वाले एजेंट’ ने इन 11 लोगों को अवैध रूप से अमेरिका-कनाडा सीमा को पार करने की कोशिश के तहत बर्फ पर चलने को मजबूर किया था, फलस्वरूप दंपत्ति और उनके दो बच्चों की जान चली गयी थी.
गुजरात के इन 11 लोगों में सात को अमेरिकी अधिकारियों ने पकड़ लिया था जो सीमा के उस पार (कनाडाई क्षेत्र) से इस पार (अमेरिकी सीमा में) पहुंचे थे. जांच में खुलासा हुआ था कि इन लोगों को कनाडा के टोरंटों ले जाया गया था और वहां से उन्हें वैंक्वूर ले जाया गया. उसके बाद एजेंट ने उन्हें मनिटोबा प्रांत के विन्नपेग में छोड़ दिया और उन्हें अपने दम पर सीमापार कर अमेरिका जाने के लिए बाध्य किया.
(एक्सट्रा इनपुट- एजेंसी)
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