नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ्त में फंसे दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद से ही बीजेपी अरविंद केजरीवाल शासित आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गई है. बीजेपी की तेजतर्रार नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सक्रियता जिस तरह बढ़ी है, इससे सियासी गलियारों में नई चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या वे आने वाले दिनों में दिल्ली बीजेपी का चेहरा तो नहीं बनने जा रही हैं.
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के तुरंत बाद स्मृति ईरानी ने केजरीवाल सरकार पर सवाल दागा कि वह गद्दार को क्यों बचा रहे हैं? स्मृति ईरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आक्रामक दिखाई दीं और बार-बार अरविंद केजरीवाल से पूछती रहीं कि केजरीवाल काले धन के मालिक सत्येंद्र जैन को क्यों बचाने में लगे हैं? पार्टी सूत्रों के अनुसार, बीजेपी स्मृति ईरानी की लोकप्रियता और इसी जुझारू तेवर के सहारे अब आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती देना चाहती है. सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के मामले में स्मृति ईरानी को मैदान में उतारने को लेकर सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य आम आदमी पार्टी नेताओं को जवाब देने के लिए पार्टी ने स्मृति ईरानी को काफी सोच-विचार कर मैदान में उतारा है. यह एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हो सकता है.
दिल्ली की सियासत : स्मृति ईरानी की सक्रियता ने बढ़ाई सरगर्मी
स्मृति ईरानी दिल्ली की रहने वाली हैं. प्रखर प्रवक्ता होने के साथ ही जनता के बीच अपनी बात पहुंचाने में सफल रहती हैं. स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली के ही पंजाबी खत्री परिवार में हुआ है और वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ चांदनी चौक में उतारा था. उस समय स्मृति ईरानी चुनाव हार गई थीं, लेकिन उसके बाद से उनकी छवि एक मजबूत नेता के रूप में उभरी है. ऐसा माना जा रहा है कि पंजाबियों के साथ ही स्मृति ईरानी महिलाओं को भी पार्टी के साथ जोड़ने में काफी सफल साबित होंगी.
नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ्त में फंसे दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद से ही बीजेपी अरविंद केजरीवाल शासित आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गई है. बीजेपी की तेजतर्रार नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सक्रियता जिस तरह बढ़ी है, इससे सियासी गलियारों में नई चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या वे आने वाले दिनों में दिल्ली बीजेपी का चेहरा तो नहीं बनने जा रही हैं.
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के तुरंत बाद स्मृति ईरानी ने केजरीवाल सरकार पर सवाल दागा कि वह गद्दार को क्यों बचा रहे हैं? स्मृति ईरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आक्रामक दिखाई दीं और बार-बार अरविंद केजरीवाल से पूछती रहीं कि केजरीवाल काले धन के मालिक सत्येंद्र जैन को क्यों बचाने में लगे हैं? पार्टी सूत्रों के अनुसार, बीजेपी स्मृति ईरानी की लोकप्रियता और इसी जुझारू तेवर के सहारे अब आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती देना चाहती है. सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के मामले में स्मृति ईरानी को मैदान में उतारने को लेकर सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य आम आदमी पार्टी नेताओं को जवाब देने के लिए पार्टी ने स्मृति ईरानी को काफी सोच-विचार कर मैदान में उतारा है. यह एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हो सकता है.