नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने मंगलवार को गुजरात के धोलेरा में नए हवाईअड्डे के पहले चरण के विकास प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. कुल 1,305 करोड़ रुपये की लागत से इसे 48 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीईए की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
उन्होंने कहा कि यह परियोजना धोलेरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (डीआईएसीएल) क्रियान्वित करेगी. यह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), गुजरात सरकार और राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास और क्रियान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) का संयुक्त उद्यम है. इसमें तीनों की हिस्सेदारी 51:33:16 के अनुपात में है.
धोलेरा हवाईअड्डे को धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) से यात्री और कार्गो यातायात मिलेगा और औद्योगिक क्षेत्र की सेवा के लिए इसके कार्गो का एक प्रमुख केन्द्र बनने की उम्मीद है. यह हवाईअड्डा नजदीकी क्षेत्र की जरूरतें भी पूरा करेगा और अहमदाबाद के दूसरे हवाईअड्डे के रूप में काम करेगा.
हवाईअड्डे के वर्ष 2025-26 से संचालन की योजना
धोलेरा में नया हवाईअड्डा अहमदाबाद हवाईअड्डे से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा. अनुराग ठाकुर ने कहा कि हवाईअड्डे के वर्ष 2025-26 से संचालन की योजना बनाई गई है और प्रारंभ में प्रति वर्ष तीन लाख यात्रियों के इस हवाईअड्डे का इस्तेमाल करने का अनुमान है. इसके 20 साल में 23 लाख तक बढ़ने की उम्मीद है. साथ ही वर्ष 2025-26 से हर वर्ष 20,000 टन माल यातायात का भी अनुमान है. इसके 20 साल की अवधि में बढ़कर 2,73,000 टन हो जाने की संभावना है.
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