मुंबई : महाराष्ट्र के भाजपा विधायक और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. नारायण राणे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले युवा सेना के कुछ सदस्यों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, जिसके बाद नितेश राणे ने यह मांग की.
शिवसेना की युवा शाखा के एक नेता ने कहा कि ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मुंबई में नारायण राणे के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के कुछ घंटों बाद युवा सेना के सदस्यों ने मंगलवार की रात मुख्यमंत्री से उनके आधिकारिक आवास 'वर्षा' में मुलाकात की थी.
नितेश राणे ने युवा सेना के नेता वरुण सरदेसाई द्वारा साझा की गई एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना की युवा शाखा (युवा सेना) की कोर कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी.
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कंकावली के विधायक ने ट्वीट किया, तो यह वास्तव में पश्चिम बंगाल की तरह ही सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा थी. राज्य के मुखिया के रूप में मुख्यमंत्री को सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए लेकिन ,वह वास्तव में गुंडों का अभिनंदन कर रहे हैं. महाराष्ट्र में यह हालत हो गई है. इन ठगों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र रास्ता है.
मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ राणे की "थप्पड़" वाली कथित टिप्पणी को लेकर युवा सेना और भाजपा के कार्यकर्ताओं में मंगलवार को सांताक्रूज (पश्चिम) में जुहू तारा रोड पर राणे के आवास के पास झड़प हो गई थी.एक अधिकारी ने बताया कि दोनों ओर से पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
(पीटीआई-भाषा)