नई दिल्ली : देश में आज छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में मतदाताओं ने जमकर मतदान किया. इसमें पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, केरल के अलावा त्रिपुरा की दो विधानसभा सीटें शामिल हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश की घोसी सीट पर भाजपा के दारा सिंह चौहान मैदान में हैं. वहीं उत्तराखंड के बागेश्वर सीट पर भी लोगों की निगाहें लगी हैं. यहां पर कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला है. अन्य सीटों पर भाजप और क्षेत्रीय दलों के बीच लड़ाई है. मतों की गिनती आठ सितंबर को की जाएगी.
झारखंड: डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में 64.84 प्रतिशत मतदान
झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मंगलवार को 2.98 लाख मतदाताओं में से करीब 64.84 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस बार का मतदान प्रतिशत 2019 के 69.74 प्रतिशत की तुलना में थोड़ा कम रहा. गिरिडीह जिला निर्वाचन अधिकारी नमन प्रियेश लाकड़ा ने बताया कि गिरिडीह के 199 मतदान केंद्रों और बोकारो जिले के 174 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हो गए. कहीं से भी हिंसा को लेकर कोई सूचना नहीं मिली. डुमरी उपचुनाव में 1.44 लाख महिलाओं सहित 2.98 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर तीन निर्दलीय सहित कुल छह उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे.
बंगाल उपचुनाव: धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर 80 प्रतिशत वोटिंग
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में धूपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव में शाम 7 बजे तक करीब 80 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. इस विधानसभा क्षेत्र में 2.6 लाख मतदाता हैं. एक विधायक सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेता, जो निर्वाचन क्षेत्र के निवासी नहीं हैं, एक पार्टी कार्यालय में पाए गए. उनमें से एक, भाजपा जिला अध्यक्ष को क्षेत्र छोड़ना पड़ा क्योंकि वह मतदान के दौरान धूपगुड़ी में रहने की अनुमति वाला कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत राजबंशी और 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी है. भाजपा ने 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में यह सीट तृणमूल से छीन ली थी. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के ईश्वर चंद्र रॉय कांग्रेस-वामदल गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पेशे से शिक्षक निर्मल चंद्र रॉय को टिकट दिया है.
उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में 55.44 फीसदी से अधिक मतदान
उत्तराखंड में बागेश्वर विधानसभा सीट पर मंगलवार को उपचुनाव में करीब 55.44 प्रतिशत मतदान हुआ. बागेश्वर के जिला सूचना अधिकारी गोविंद सिंह बिष्ट ने बताया कि बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में करीब 55.44 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला. बिष्ट ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण रहा और कहीं कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी. पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे भाजपा विधायक चंदन राम दास के इस वर्ष अप्रैल में बीमारी के कारण निधन हो जाने के कारण इस रिक्त सीट पर उपचुनाव कराया गया. उपचुनाव में कुल पांच प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला एक बार फिर प्रदेश में चिर परिचित प्रतिद्वंदी सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच ही देखा जा रहा है. राम दास 2007 में इस सीट से जीतकर पहली बार विधायक बने थे और उसके बाद से लगातार चार चुनावों में जीत का सेहरा उनके सिर ही बंधा.
उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा उपचुनाव में 50.30 फीसद से अधिक मतदान
उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा उपचुनाव में 50.30 फीसद से अधिक मतदान हुआ. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि शाम पांच बजे तक औसत 50.30 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. रिणवा के मुताबिक, घोसी उपचुनाव के लिए 239 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस उपचुनाव में 4.30 लाख मतदाता हैं, जिनमें 2.31 लाख पुरुष, 1.99 लाख महिलाएं और नौ अन्य शामिल हैं. घोसी उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) ने उपचुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं. वहीं उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मतदाताओं को भाजपा को वोट देने के लिए धमकाए जाने के सपा के आरोपों को खारिज कर दिया है. इस उपचुनाव को उत्तर प्रदेश में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी दलों के गठजोड़ 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव रिलायंस) के बीच पहली चुनावी भिड़ंत के तौर पर देखा जा रहा है. घोसी विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव राज्य में विपक्षी गुट 'इंडिया' के गठन और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रभावशाली मानी जाने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राजग में शामिल होने के बाद हो रहा पहला चुनाव है. घोसी से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता दारा सिंह चौहान के गत जुलाई में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे देने और भाजपा में शामिल होने के बाद इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है.
त्रिपुरा उपचुनाव: दो सीट पर 76 प्रतिशत मतदान, छिटपुट हिंसा में छह व्यक्ति घायल
त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में औसतन 76 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि धनपुर विधानसभा क्षेत्र के 59 और बॉक्सानगर के 51 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ. पुलिस ने कहा कि धानपुर विधानसभा क्षेत्र के मोहनभोग में कुछ ग्रामीणों द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले में छह व्यक्ति घायल हो गए. पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर बॉक्सानगर से जीत दर्ज करने में असफल रहे तफज्जल हुसैन इस बार क्षेत्र में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार मिजान हुसैन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 43,087 मतदाताओं में से 66 प्रतिशत मतदाता अल्पसंख्यक हैं. फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में माकपा इस सीट को बरकरार रखने में कामयाब रही थी. वहीं, कभी वाम का गढ़ माने जाने वाले धनपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बिंदु देबनाथ और माकपा के कौशिक देबनाथ के बीच मुकाबला है. इस सीट पर 50,346 मतदाता मतदान के पात्र हैं. सात महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस और टिपरा मोथा ने इन दो सीट पर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. माकपा विधायक समसुल हक के निधन के कारण बॉक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था.
केरल: पुथुपल्ली विधानसभा के उपचुनाव में 72.91 फीसदी मतदान हुआ
केरल के कोट्टायम जिले की पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर उपचुनाव में 1.76 लाख से अधिक मतदाताओं में से 72.91 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. दिन के पहले हिस्से में मतदान में काफी तेजी देखी गई. दोपहर दो बजे तक ही 50 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे. हालांकि, इसके बाद मतदान धीमा पड़ गया और चार-पांच घंटों में केवल 22.91 प्रतिशत ही अतिरिक्त मतदान हुआ. कुल 1,76,417 मतदाताओं में से 1,28,624 लोगों मताधिकार का प्रयोग किया. मताधिकार का प्रयोग करने में 64,084 पुरुष, 64,538 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. उपचुनाव में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की ओर से कुछ चुनिंदा बूथों पर मतदान प्रक्रिया धीमी होने का आरोप लगाया गयाय इसके कारण लोगों को वोट देने के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा और कुछ बिना मतदान किए ही लौट गए. केरल के दिवंगत मुख्यमंत्री ओमन चांडी के बेटे और यूडीएफ उम्मीदवार चांडी ओमन ने यहां संवाददाताओं के सामने यह आरोप लगाया और इस मामले की जांच कराने की मांग की. इस चुनाव से यह फैसला होगा कि क्या 53 साल तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत ओमन चांडी के प्रतिनिधित्व वाली सीट को यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) बरकरार रख पाएगा या सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) राज्य विधानसभा में 100 के आंकड़े को छू पाएगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. चांडी का इस साल 18 जुलाई को निधन हो गया था। उन्होंने पांच दशकों से अधिक समय तक कोट्टायम जिले के इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, सत्तारूढ़ एलडीएफ ने एक बार फिर डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) नेता जैक सी थॉमस पर भरोसा जताया है, जिन्होंने 2016 और 2021 में दिवंगत चांडी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं पाए थे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने कोट्टायम जिला अध्यक्ष जी. लिजिनलाल को टिकट दिया है. पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,76,417 मतदाता मतदान के पात्र हैं, जिनमें 90,281 महिलाएं, 86,132 पुरुष और चार ट्रांसजेंडर शामिल हैं.
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(एक्सट्रा इनपुट-एजेंसी)